Tantra badha nivaran upay Mantra || तंत्र बाधा निवारण उपाय मंत्र

 

Tantra badha nivaran upay  Mantra || तंत्र बाधा निवारण उपाय मंत्र


शत्रु बाधा और तंत्र बाधा से छुटकारा पाने के उपाय





    तंत्र मंत्र बाधा समाप्त करने के लिए बहुत सारे उपाय हे लिकिन सबसे पहले जानना पड़ेगा तंत्र बहार से लगाई गया हे या कुछ खिला पीला के तंत्र किया गया हे। अगर तंत्र बहार से लगाई गया हे जैसे आपका बाल ,नाख़ून ,कपडा चुडाके शत्रु या तांत्रिक किसी शमशान में दफ़न करदिया या किसी प्रेत शक्ति को निमंत्रण देकर आपके ऊपर वेगा गया हो तो इस तंत्र साधना या पूजा पाठ ,मंत्र अदि जप नियमित करने से काट जाते हे लिकिन जिस किसीको कुछ चीजे खिलाई पिलाई कर दिया हे साथमे बहार से भी तंत्र कर दिया हे उसको काटना खुदसे बहुत दिक्कते होती हे। इसी मामले में जबतक खिलाई पिलाई पेट से या शरीर से नहीं निकाल ता हे तब तक तकलीफे झेलना पड़ता हे और शत्रु या तांत्रिक लगातार तंत्र करते रहता हे जिसका परिणाम किसी किसी को ज़िन्दगी भर भुगत ना पड़ता हे। जो खिलाई पिलाई चीजे होती हे ज्यादातर शत्रु या तांत्रिक किसी अभिमंत्रित किया हुआ प्रसाद,भूत ,प्रेत को चढ़ाने बाला कुछ सामग्री या किसी अपमृत्यु में मरा हुआ बेक्ति का शरीर का कुछ चीजे जैसे कपडा ,सिंदूर ,एक्सीडेंट में मरा हुआ बेक्ति का खून ,गले में फांसी लगाने बाला का राशि ,किसीको जलने के बाद उसके बची हुए अस्ति ये सबको किसी खाने के द्रब्य में कॉमिकल के साथ मिक्स करके खिला देता हे जो आसानी से शरीर से नहीं निकाल ता हे पेट में पर पड़के तरह तारा की बीमारी पैदा करता हे और साथ में प्रेत शक्ति मानशिक शारीरिक सांसारिक आर्थिक सब क्षेत्र में परीशान करते रहती हे जब तक शरीर से खिलाया पिलाया चीज बहार नहीं निकाल ता हे तब तक शरीर में परीशान  करता हे और आपका पूजा पाठ मंत्र जप कुछ भी कामपे नहीं लगता हे। इसी लिए सर्बा प्रथम अगर पता चले कुछ खिलाई पिलाई हुई हे तो आप किसी जानकर पंडित के पास जाके उसको निकला कीजिये। इस ब्लॉग पोस्ट में बहुत सारा उपाय हे जो खिलाई पिलाई को निकाल ने के लिए आप खुद प्रयोग कर सकते हे। 
    खिलाई पिलाई तंत्र मंत्र कालाजादु पेट से निकल नेका उपाय
    तंत्र मंत्र काला जादू करके किसीको आगर खाने के साथ या पीने के चीजों में मिलाकर खिला देता या पीला देते हे जड़ी बूटी या कही केमिकल ।ये सब पेटके भीतर जाके पचता नेहि सालो सालो तक पेटके भीतर या शरीर में किसी हिस्सा में जाकर बैठ जाते हे,इस बजाय से शरीर पर बहत बीमारियां लग जाते हे जैसे पैटके अंदर दर्द होना समय समय पे,हात पैर में ये एक साइड में पैरालाइसिस हो जाना,गला बैठ जाना,शरीर पर हार्ट का समस्या होना, आंखो में धुंधला देखना,शरीर पर कमजोरी महसूस होना,रात को नींद कम होना या बहत जादा नींद आना,डरा हुई सपना देखना ओर भी बहुत बिमारिया होना जो स्वाबाभिक नही हे आपके साथ हो रहे हे आप ऐसा स्थिति में मेडिकल टेस्ट के साथ में किसी भी अच्छे दरगाह या पंडित से जांच करा सकते हे।आपको ऐसा लग रहा हे मेडिकल चेकअप करने रिपोर्ट नॉर्मल आराही हे ,मेडिसिन से कुछ टाइम के आराम मिल जाते हे लिकिन पूरी तरा सास्थ हो  नही पाते हे तो आप समझ लीजिये आपका ऊपर तंत्र मंत्र खिलाई पिलाई कुछ हुई हे ।इस खिलाई पिलाई तंत्र किसी किसी टाइम किसी झाड़ फूक या अभी मंत्रित पानी पीने से काट जाते हे ,लिकिन किसी किसी समय ये काटता नही हे पेट से बाहर करना मुश्किल हो जाते हे इसलिये आज कुछ जड़ी बूटी बताऊंगा जो खिलाई पिलाई तंत्र मंत्र सामान को पेट से निकल नेका मदद करेगा
    पहला उपाय किसीभी शनिवार या मंगल बारको शुभे नहाके फ्रेस कपड़ा पहन कर पांच ठो पेड़ का पत्र लाना हे प्रणाम करके तीन ठो करके पहला शीशम का पत्ते,दूसरा नीम का पत्ते ,तीसरा तुलसी पत्ते ,चौथा बेल का पत्ते ,पांचमा अमरूद के पत्ते ईस सब पत्ते को अकट्ठा करके धोके पूजा स्थान में रख ले फिर आप मा काली का बीज मंत्र क्रीम को २ मिनिट जप कीजिये फिर सब पत्ते को एक साथ किसिमे पीस कर या ग्रेंडर में पीस कर जूस बना ले खाली पेट में पि दे।आपका पेट में कुछ रहेगा तो उल्टी में या टॉयलेट में निकल जायेगा ।अगर एक दिन में पूरा नही निकले तो हर हफ्ता में दो दिन या तीन दिन करके पीने से सब निकल जायेगा।
    दूसरा उपाय रविपूस्या नक्षत्र में लाल अपमर्ग की पेड़ को नेमंत्रन पूर्वक उठा लाये।जड़ एक अंगुली परिमाण ले ले इसके साथ एक पान के पत्ते ,७ गोलमरीच ,तीन पत्ते बाला बेल की पत्ते,हाफ ग्राम दूब घास(दूर्वा) सबको पिसले एक ग्लास पानी में गंगा जल के साथ मिलाले और हो सकते हे तो तंत्र बाधा काट करने का अभिमंत्रित पानी से काट करने का मंत्र पड़कर अभिमंत्रित करले फिर उसको पी ले आपका पेट से खिलाई पिलाई निकल जायेगा ,इसको हफ्ता में एक बार पी सकते हे ।
    तीसरा प्रयोग तुलसी का बीज बाला जटा ले ले १०० ग्राम सुखा बाला फिर उसको १० ग्राम गोल मारीच मिला पीस ले फिर उस चूर्ण को हर दिन ३या४ ग्राम परिमाण पानी में मिलाकर खाली पेट पी ले १ हप्ता या २ हफ्ता पीने से पेट से सब बाहर निकल जायेगा।
    चौथा प्रयोग खाली पेट में २ चमच एलोवेरा जूस के साथ एक ग्लास दूध में मिला कर उसमे तंत्र काट मंत्र से अभिमंत्रित करके पीने से पेट से बाहर निकल जायेगा।

    कुंभी का जड़ को  रवि पुष्य नक्षत्र को विधि अनुसार पूजा देके उठाके लाना हे साथमे अंकुल का जड़ को स्वाति नक्षत्र में विधि अनुसार पूजा करके लाना हे। फिर किसीभी शनिवार के दिन अंकुल के जड़ ५ग्राम कुंभी के जड़ २ ग्राम मिला के पिस कर खाली पेट में पीने से सारा तंत्र मंत्र खिलाई पिलाई बाहर निकल जायेगा।
    आज कुछ बंगाली मंत्र और साबर मंत्र बताऊंगा जो आपको हमेशा रक्षा करेगा साथमे आपके साथ या आपका कही शत्रु आपसे पीठ पिछे तंत्र मंत्र या कालाजादू करेगा वो भी समाप्त हो जायेगा ।में जो मंत्र बताऊंग ये खुदसे बहुत शक्तिशाली मंत्र हे ईसको पाठ सेई सारी परिशानीया खत्म होने लगेगा।




    बंगाली मंत्र से तंत्र काट 

     



    नरसिंह देव की ये उल्टा बार करती हे ।आपको सिर्फ किसीभी अच्छे दिन नरसिंह देव की एक तस्वीर लाना हे ओर रात को १० बजे के बाद खुदको शुद्ध होके धूप दीप जलाके ईस मंत्र का लगातार १ माला जप कीजिए ,हर दिन जप करने से आपका ऊपर कभी कुछ मुसीबत नही आयेगा ,आप आगर ईमानदार हे तो ,कभी किसिका बिना कारण में खराब नही किया तो ये हमेशा आपके साथ देगा ।
    मंत्र: उल्टन नरसिंह पलटन काया
    एही ले नरसिंह तोहे बुलाया।
    जो मोर नाम करत सो मरत परत।
    भोरो चक्कर में उल्टा वेद उसीको लगे।
    कार दुहाई बर वीर नरसिंह देव की दुहाई। अष्ट भुजा देवी कालिका की दुहाई।
    शिव सत गुरु की बंदे पायो।।
    ईस मंत्र की क्षमता बहुत हे आपका दुश्मन आगर बे बजा आपको तकलीफ दे रही है तो वो एक दम शांत हो जायेगा,क्योंकि ये किसीभी तंत्र मंत्र को पल्टा बार करेगा कही गुना बड़ाके।






    भैरब मंत्र से तंत्र मंत्र काट
     





    ये शमशान भैरव का मंत्र हे ये भी बहुत शक्ति शाली मंत्र हे ।
    आप किसीभी शनिवार या मंगल बार से ये मंत्र जप कर सकते हे ।
    भैरव जीका एक फोटो घरमे राख सकते हे ।ये बतुकभैरब या काल भैरव का फोटो चलेगा ।आप पूजा में मांस या मछली साथमे देशी दारू पूजा में भोग दे सकते हे ।कुछ दिक्कत नही हे पूजा खत्म होने के बाद एक सिगरेट को जलाके बाबा के नाम पे दे सकते हे मंत्र और पूजा रात को १० या ११ बजे के बाद ही करना हे हर दिन १ माला करके जप कर सकते हे।

    मंत्र: शमशान भैरव होई सहाई कभी न हुई जग हसाई 
    तुमको निशदीन मेने धाया
    शमशान भैरव मेरी मदत को आया। 
    तंत्र काटे मंत्र काटे काटे जादू विद्या ,चले मंत्र फूरे बांचा देखा शमशान भैरव तेरी हाजरी की तमाशा ।
    शंकर महा देव की दुहाई 
    हनुमान वीर की दुहाई।।


    ये भी क्रोध भैरव का मंत्र ईससे कही शत्रु अगर पीछा नही छोड़ रही है बिना कारण में आपसे दुश्मनी कर रहा हे तो अप इसको उपयोग कर सकते हे मंत्र बहुत छोटा सा हे। हर दिन रात्रि को १ माला करके जप कर सकते हे।
    मंत्र : ओम बज्र जाले हन हन सर्व भुतान सर्व प्रेतान सर्व सत्रुनं हूं फट स्वाहा :।। 
    ये भूत डामर तंत्र की मंत्र हे मेने इसीको बहुत बार प्रयोग किया हु।
    क्रोध भैरव के बहुत शक्ति शाली मंत्र हे पाठ कर तेई शत्रु का मृत्यु तुल्य कष्ट होने लगेगा।याद रहे शत्रु अगर बिना कारण में आपका पीछे पड़ा हे तब ही ये सब मंत्र काम करेगा अन्नथा इसका उपयोग गलत हो सकते हे।
    मंत्र: ओम हन हन दह दह क्रोध बज्र सर्व दुष्टनं मारय मारय हूं फट स्वाहा , अस्त्राय फट।
    इस मंत्र को भी हर दिन रात्रि १० बजे के बाद १ माला करके जप कर सकते हे । जादा तकलीफ अगर होगी तो ५ माला तक जप कर सकते हे। ईस कलिजुग में भैरव जीका मंत्र बहुत तीव्र और पावर फूल होते हे 
     
    ये  नरसिंह देव जीका एक शक्ति शाली  मंत्र हे।इसको हर दिन १०८ बार या एक माला रुद्राक्ष की जप करना हे।२१ दिन लगातार इस मंत्र को  पाठ करने से शत्रु बाधा  ,तंत्र मंत्र बाधा आपके पास में नही आयेगा।
    मंत्र: 





    तंत्र मंत्र कालाजादू नाशक बंगाली मंत्र






    तंत्र मंत्र काला जादू की काट करने के लिए एक बंगाली मंत्र का प्रयोग विधि बताऊंगा ये जो मंत्र ये खुदसे बहुत शक्ति शाली ईस मंत्र से बहुत सारी बिमारिया ठीक कर सकते हे । पहली तो इससे किसी बाण ग्रस्त रोगी को पानी पड़कर पीला देने से वो ठीक हो जायेगा
    दूसरा आगर किसिका ऊपर काला जादू हुई हे उसका भी काट हो जायेगा।
    तीसरा किसका ऊपर बाशिकरन हुए हे उसका भी काट हो जायेगा
    घरोमे अगर बिना कारण में तकलीफ हो रही हे वो भी ठीक हो जायेगा।
    चौथा किसीका सादी बिबाह हो नही रहा हे लग रहा हे किसीने बंधन कर दिया हे या किसी प्रकार ग्रह बाधा से कूच दिक्कतें आ रही हे वो भी ठीक हो जायेगा
    पांचमा उपाय कही बड़ा बीमारियां बहुत दिन से पीड़ित हे जो मेडिसिन में ठीक नही हो रही हे उसका भी निवारण हो जायेगा
    बस इसिका प्रयोग विधि सब में अलग अलग हे ।कुछ प्रयोग विधि ईस में नही बताया गेया हे आप मुझे संपर्क कर ने से हम बता देंगे।
    मंत्र: ९ कराते आशी हाजार भार बाण काटी,२३००० हाजार भार बाण काटी, निजेर भार बाण काटी,पर विद्या काटी, उरन बाण काटी , धूरन बाण काटी, घाट काटी उपोघाट काटी, दाईने काटी अप घाट काटी, दानब काटी,असुर काटी ,जिन्न काटी ,मक्केल काटी , पेरेक भूत काटी ,शिन्नी भूत काटी , दृष्टि काटी, गाट गाटुली केटे एई जले बाण निक्षेप कोरलाम ॐ ॐ स्वाहा:
    ईस मंत्र को किसीभी ग्रहण काल में १०८ बार जप करने से मु में सिद्ध हो जायेगा ।



    प्रेत बाधा  हटाने टोटका





    (७ )गंधक,पीला राई और नमख एकसाथ  एक तीन धातु के ताबीज में भरकर पेहेन ने  से भूत प्रेत बाधा समाप्त हो जाते हे ।
    (८  )हींग के साथ लहसुन के रस एकत्रित करके  एकसाथ  एक तीन धातु के ताबीज में भरकर पेहेन ने  से भूत प्रेत बाधा समाप्त हो जाते हे 
    (१०  )तगर और गोरचना  एकत्रित करके  एकसाथ  चांदी  के ताबीज में भरकर पेहेन ने  से भूत प्रेत बाधा समाप्त हो जाते हे
    (११)७ जायफल ७ निम्बू ७ मीठा लड्डू ७लंग ७ एलची २१ दाने कालीमिर्च एकत्रित करके ॐ ह्रीं भैरबाय नम : करके २१ बार उतरा करके किसी निर्जन स्थान या किसी बहते पानी में फेक देने से या आग में जला देने से तंत्र बाधा भूत ,प्रेत बाधा समाप्त हो जाते हे 
    (१२ )१२५ ग्राम  काले उरद ,१२५  ग्राम कोयला ,१२५  ग्राम फिटकरी ,७  प्रकार के मीठा ,१ नारियल ७  लोहे का  किले  एक साथ काले कपड़े  बांधकर २१  बार ,४१ 
     बार ,५१ बार या १०८  बार  घरी की उल्टा  दिशा  में घुमाके  ॐ ह्रीं भैरबाय नम : बोलके  उतरा करके किसी निर्जन स्थान या किसी बहते पानी में फेक देने से या आग में जला देने से तंत्र बाधा भूत ,प्रेत बाधा समाप्त हो जाते हे 
    (१३) ७ तालाब के पानी ,७ कुया की पानी अथबा ७ नलकूप की पानी एकत्रित करके साथमे लोहे बनाने बाला कमार की कुंड की पानी ,जहापे लोहे शान देता हे उसका पानी ,धोबी घाट की पानी ,गाई का झूठा पानी किसी शिवलिंग में चड़ा पानी सब एकत्रित करके शुवे शाम तोडा तोडा पिने से और नहाने के पानी में तोडा मिलाकर नहाने से ७ दिन के अंदर तंत्र बाधा ,भुत ,प्रेत जादू बाधा समाप्त हो जाते हे 
    (१४ ) किसीवी काली मंदिर जाके माँ को ७ गुलाब के फूल चढ़ाये और साथ में ॐ क्रिंग कालिके मंत्र १०८ बार जप कीजिये फिर पंडित को बोलकर २ गुलाब की फूल मांग लीजिये और  उसको चाबाके खा लीजिये इससे भी तंत्र मंत्र बाधा समाप्त हो जायेगा  
    (१५ ) लगातार अगर तंत्र से परीशान हे तो महीने में किसी एक  शनिबार को १०८ निम्बू का माला खुदका ऊपर उतर कर माता काली को पहना दीजिये और माँ को प्राथना कीजिये सारे तंत्र मंत्र बाधा समाप्त करने के लिए 





    ये  नरसिंह देव जीका एक शक्ति शाली  मंत्र हे।इसको हर दिन १०८ बार या एक माला रुद्राक्ष की जप करना हे।२१ दिन लगातार इस मंत्र को  पाठ करने से शत्रु बाधा  ,तंत्र मंत्र बाधा आपके पास में नही आयेगा।


    प्रेत बाधा निबरण उपाय 





    अगर किसीका ऊपर प्रेत बाधा लग गई तो उसको हटाने के लिए कुछ टोटका दे रहा हु इसके  प्रयोग से प्रेत  रोगीको छोड़के भाग जायेगा 
    (१) रविवार को काले धतूरे की जड़ बाँह में बाँधने से प्रेतबाधा नष्ट होती है। 

    (२) लहसुन एकड़िया के रस में हींग पीसकर सुंघाने अथवा अंजन लगाने से प्रेतबाधा शान्त होती है । 

    (३) रविवार को तुलसीपत्र, काली मिचं, (प्रत्येक आठ-आठ) भौर सहदेई की जड़ लाकर तीनों को तांबे के तावीज में रखें और फिर धूप देकर धारण करें, तो भूतादि बाधा नष्ट हो । 

    (४) नीम के पत्ते, बच, हींग, साँप की केंचूली और सरसों को. गोमूत्र में पीसकर सुंघाने से सबंविध प्रेतबाधा नप्ट हो । 

    (५) मुंढी, गोखरू और बिनौला तोनों का समभाग लेकर गोमूत्र में पोसकर बाधाग्रस्त को सुँघाने से बाधा नष्ट हो । 
    (६) रविवार को विधिपूवक शंखाहुली की जड़ लाकर चावल डा घी के साथ पीसकर सुंघाने से भी उपर्युक्त बाधा शान्त होती ।



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