बंगाली कामख्या गुप्त मंत्र बिद्या
आज आपलोगोंको बंगाली काम्ख्या की कुछ गुप्त मंत्र के बारे में बताऊंगा ये मन्त्र बहुत प्राचीन हे जो समाज से प्राय लुप्त हो चूका हे। इस लुप्त बिद्या मंत्र के बारे में कुछ जानकारी आप लोगोकोके दूंगा। ये सब बंगाली मंत्र बहुत शक्ति शाली हे अधिकांश मंत्र कामख्या का मंत्र।
पानी पिलाकर वशीकरण करने का मंन्त्र
निचे जो मंत्र दिया हु ये एक वशीकरण मंत्र हे इस मंत्र से किसीभी स्त्री या किसीभी लड़की को पानी पिलाकर वश में कर सकते हे। इस मन्त्र किसीभी दिन पाठ करके कंठस्त करने के बाद। किसीभी नदी या तालाब का पानी जिस घाट से कही नहाते नहीं उस घाट के पानी को शाम के समय लेकर ७ बार मन्त्र पथ कर ३ बार फुक मरकर अभिमंत्रित करने के बाद जिसको वशीभूत करना हे उसीको लेकर पीला देने से बो स्त्री या लड़की आपका वशीभूत हो जायेगा। मन्त्र में जहा पे अमुकिर उल्लेख हे उस जगा पर लड़की या स्त्री का नाम होगा।
अचल घाटेर निचल पानी।
ताहाते उपजिल कालेर बाघिनी।
कालेर बाघिनी बोलोम तोरे ।
अमुकीर पांच प्राणचित्त आनिया दे मोरे
हरिनेर रक्त माछेर पित्त ।
तेल कारिया पोड़ाम अमुकिर पांच प्राण चित्त ।
धूलि से वशीकरण करने का मंन्त्र
धूलि से वशीकरण करने के लिए किसीभी स्त्री या लड़की का बेम पैर की निचे का मिटटी लेकर इस मन्त्र से ७ बार अभिमंत्रित करने के बाद उसी लड़की या स्त्री के ऊपर छिरक देने से वबो वशीभूत हो जायेगा। मन्त्र'में जिस जगा पर अमुक उल्लेख हे बही पर लड़की या स्त्री का नाम होगा।
धूल धूल धूल धुलेर रानी
मन मोहिनी मनोहरा शुन मोर बानी।
हाते तुली नीलाम धुला तीन आंगुले कोरे।
पड़ीलाम जातने ताहा महादेवीर बरे ।
आमार एई धुला पड़ा दिलाम अमूकिर अंगे ।
जेइ नारी हेटे जाय अति रंगे भंगे ।
ताहार मन केड़े ए धुला आनिबे ।
आमार बश्यता से स्वीकार करिबे ।
कार आग्ये?
कामरूप कामिख्ये मायेर आग्ये।
कार आग्ये हाड़ीर झी चंडीर आग्ये
फूल से वशीकरण करने के लिए
फूल से वशीकरण करने के लिए ये और एक सिद्ध बंगाली मंत्र हे। इस मंत्र को सबसे पहले पथ करके कंठस्त करने के बाद किसीभी शनिबार को किसीभी सुगन्धित फूल के अंदर इस मंत्र को ७ बार अभिमंत्रित करके जिसके नामपे अभिमंत्रित करेंगे उस लड़की या स्त्री को देने से वबो वशीभूत हो जायेगा।
ॐ आदेश गुरुको, काऊरिदेश कामाख्या देवी
ताहा बैठे इस्माईल योगी
इस्माईल योगिकी आई फुलकी बारी ।
फूलचुलम्पारे नोना चामारी ,
फूल हासे फूल फूल बिगसे फूल पर बीर नरसिंह बसे।
यो लेई फूल की बास कबहु ना छोड़े मेरा आस
मेरी भक्ति गुरु शक्ति फूरो मंत्र ईश्वर वाचा
पान से वशीकरण करने का बिधि
पान खिलाकर वशीकरण करने के लिए आज और एक सिद्ध बंगाली मन्त्र लेकर आया हु इस मन्त्र का प्रयोग से किसीभी पान के ऊपर अभिमंत्रित करके किसीभी लड़की या स्त्री को देने से वबो लड़की साद के आपका वशीभूत होकर रह जायेगा। इस बिधि को करने के लिए सबसे पहले'इस मंत्र को पाठ करके कंठस्त कर लेंगे इसके बाद शनिबार के दिन किसीभी दुकान से एक दाम में पान सुपारी खरीद कर लेकर आएंगे। उस दुकान में सबसे पहले आपको ही लाना हे ,आपका हैट में दुकान के ओपनिंग होना चाहिए पान लेन के बाद पण को सजा लेंगे और पान में मन्त्र को ७ बार पथ करके अभिमंत्रित कर लेंगे इस पान को लेकर जिसको वशीभूत करना हे उसीको लेकर खिला देने से बो आपका वशीभूत हो जायेगा। इस मन्त्र में जहापड अमुकिर आगे कर भर उहापे उसी लड़की या स्त्री का नाम होगा।
पान तोमार क्षेते जन्म जानी ,राम लक्षण करे टाना टानी ।
सात समुद्र पारे जाय ,पान गुया धरे लईया आय ।
अमूके मोरे ना देय थाना , गुया करे आना गोना ।
पान अमुकीर अंगे कर भर ,शिव संगमे कामुकेर बर ।
पान पान ओला पड़ा ,खेले खेले लागे जोड़ा ।
पान पान महा पान जले , जिये तो राम महेते मशान टले ।
कार आग्गे महम्मद खोदार आल्ला ।
दुहाई आल्ला दुहाई आल्ला दुहाई आल्ला ।
दुहाई तोमार धर्मेर ।।
पान से वशीकरण करने का बिधि
राम काटे सुपारी लक्षण देय पान ।
हाते करी धर एटा मोह बाण ।
खाबी यदि हबी पागल, होये याबी बोका छागल ।
मोर पड़ा एई पान नड़ीस चड़ीस ।
जटा भरा महेशेर मुंडू टानीया आनिस ।
कामूर से कामिखा दिल आज्ञा नाई रक्षा ।
एई पान पड़ा लाग लाग शिग्रि तारा करे ।
चंडीर आज्ञाय वश हऊ चिरतरे ।
मीठा खिलाकर वशीकरण करने का उपाय
मीठा खिलाकर वशीकरण करने के लिए आज और एक सिद्ध मंत्र लेकर आया हु इस मन्त्र को किसीभी ग्रहण कल में १०८ बार जप करके कंठस्त करने से मन्त्र पूरी तारा सिद्ध हो जायेगा इसके बाद किसभी मीठा के ऊपर इस मंत्र को साथ बार अभिमंत्रित करके किसभी लड़की या स्त्री खिलने से वबो आपका वशीभूत हो जायेगा।
ॐ नमो आदेश कामाख्या देवी को ।
जल मोहू स्थल मोहु,जंगल की हिरनी मोहू ।
बाट चलता बाटेही मोहू , दर बार बैठा राजा मोहू।
मोहिनी मेरा नाम , मोहुं जगत संसार ।
तारा तरिला तोतला, तिनों बसे कपाल ।
सिर चढ़े मात के,दुश्मन करू पमाल ।
मात मोहिनी देवी की दुहाई ।
पूरे मंत्र खुदाई।
सरसो के तेल वशीकरण
सरसो के तेलवशीकरण करने के लिए और एक वशीकरण मंत्र लेकर आया
हु इस मंत्र को किसीभी सोम बार को रात ८ बजे रास्ते में पूरब दिशा के और मु करके मन्त्र कंठस्त कर लेंगे जब प्रयोग करेंगे किसीभी शनिबार या मंगल बार को जहा पर सरसो का तेल बनता हे बही से तोडा सरसो के तेल चुरि करके लाना हे। इसके बाद शनिबार के दिन ही रास्ते में खरा होकर इस मन्त्र को तीन बार पाठ करके एक बून्द खुदके नक् में देना हे एक बून्द कान में देना हे और तोडा खुदका मु में लगाकर जिसको वशीकरण करना हे उसीका पास जाना हे। उसीका सामने जाते ही बो आपका वशीभूत हो जायेगा। अगर आपको लग रहा हे बो वशीभूत नहीं हुआ तब उसके शरीर पे थोड़ा लगा देंगे। शरीर पर तेल लगा देने से भो आपका बशीभूत हो जायेगा।
तेल कहिते तेल आनि, कहीते अंधेर काहिनी
लंकाय आछिल तेल देशे आनिल के ।
हनुमान आनलो ता देशे , पाय मानुषे ।
ब्रह्मार आदेशे आमी एई तेल करीलाम भर ।
आमार एई तेल पड़ा मित्था जाय ।
खईसा पड़े शिवेर जटा मां दुर्गार पाय ।
शरीर बंधन मंत्र
शरीर बंधन करने का सिद्ध मंत्र। इस मंत्र को पाठ करके शरीर पर या छाती पर फुक मरने से शरीर बंधन हो जाते हे। ७ बार मंत्र पाठ करके तीन बार फुक मारना हे।
मंत्र मंत्र महा मंत्र करीनु जपन आल्लार नबिर नाम कारिया स्मरण , एई महामंत्र जदि लड़े चड़े आल्लार सिंहासन भेगें भूमिते पड़े,काली शिव आमार मा बाबा आमी तार बेटा आमार साथे करले बाओ 33 कोटी देबातार माथा खाओ।
शरीर बंधन करने का सिद्ध मंत्र। इस मंत्र को पाठ करके शरीर पर या छाती पर फुक मरने से शरीर बंधन हो जाते हे। ७ बार मंत्र पाठ करके तीन बार फुक मारना हे।
श्री कृष्ण चरण बंदी,बंदी महादेव।
पातालेर बासुकी बंदी,बंदी इंद्र देव ।
बामे बंदी दाइने बंदी, आगू बंदी पिछु बंदी ।
बंदी सहदेव
जय जय इश्वर महादेव ।
हबेंगा काटे कुटे, मास कर पाठर कुटे ।।
धर्म बापेर दुहाई, बाड़ी बंदी जाई।।
काल सर्प बगि मंत्र
काल सर्प बगि मंत्र ये बहुत शक्ति शाली बंगाली बगी मंत्र हे इस मंत्र का प्रयोग से किसीभी प्रकार जादू बाधा बहुत प्रेत बाधा नजर बाधा को एक बार में समाप्त कर सकते हे या किसीके घर में अगर सर्प अधिक एते हे तब भी इस मन्त्र का प्रयोग से सर्प बाधा समाप्त हो जायेगा ,किसीके ऊपर अगर किसी तांत्रिक ने नाग नागिन प्रेत छोड़कर रख दिया तब भी इस मन्त्र का प्रयोग से सबकुछ काट जायेगा। इस मन्त्र को प्रयोग करने के लिए किसीभी शनिबार के दिन इस मन्त्र को पाठ करके कंठस्त कर लेंगे इसके बाद जब प्रयोग करेंगे ,इस मन्त्र को साथ बार पाठ करके छाती में तीन फुक मरने से किसीभी प्रकार की कही भय नहीं रहता हे। आप जब इस मन्त्र को पथ करके शरीर में फुक लगाएंगे आपके ऊपर अगर किसी तांत्रिक ने कुछ गलत बिद्या या जादू टोना बहुत प्रेत प्रयोग करेगा तब उसकी
बिद्या नस्ट हो जायेगा। किसीके घर या बास्तु अगर ख़राब हे तब एक एक हात परिमाण ताल पत्र लेकर उसके ऊपर जल लेकर इस मन्त्र को साथ बार पथ करके तीन बार फुक मरकर पानी को अभिमंत्रित करने के बाद पानी को लेकर घर में या बास्तु में छिडक देने से बस्तु दोष समाप्त हो जाते हे। अगर किसीके ऊपर बहुत प्रेत बाधा तब भी इस मन्त्र को पानिमे साथ बार अभिमंत्रित करके रोगी के ऊपर पानी छिड़क देने से बहुत प्रेत बढ़ा ख़त्म हो जाते हे। इस मन्त्र को किसीभी पानी में अभिमंत्रित करके किसी तांत्रिक को पीला देने से उसका बिद्या ही नस्ट हो जाते हे।
काल नाग सर्प बगी शून दिया मन,दश दिके बेड़े आछे जतो मंत्र तंत्र जादू बाण धरे धरे खा ।
आमार गुण आमार गुरुर गुण छाड़ा बाकी सवार गुण खा ।
जोदि ना खास पंच नागेर माथा खास ।
दुहाई मा काली दुहाई मा काली दुहाई मा काली ।
गुडुली बगि मंत्र
गुडुली बगि मंत्र इस मंत्र'से किसीभी प्रकार जादू टोना ऊपरी बढ़ा को एक बार में समाप्त कर सकते हे। इस मन्त्र को प्रयोग करने के लिए सबसे पहले इस मंत्र को पथ करके कंठस्त कर लेना पड़ेगा इसके बाद जब प्रयोग करेंगे किसीभी पानी के ऊपर मंत्र को ३ बार पथ करके अभिमंत्रित करके किसीभी रोगी पीला देने से या उसके ऊपर छिड़क देने से उसका सारा तंत्र मंत्र बाधा बाण बाधा समाप्त हो जाते हे। इस मंत्र के प्रयोग से आप दूर रह कर भी किसीका शरीर से तंत्र मंत्र चालान बढ़ा को काट कर सकते हे। उसके लिए आपको घरमे जहा पर तुलसी के पौधा पूजा होते हे बही पर उसके सामने मिटटी में बेथ कर लोहे का काँची से धन काटने बाला काची से एक बगला पक्षी का चित्र'अंकन करेंगे इसके बाद एक बार मंत्र पथ करेंगे और एक बार बगला पक्षी के पैर पर ठोककर मरेंगे ऐसा एक बार मंत्र पथ करके तीन बार ठोककर मरेंगे ऐसा काट ने से दूरसे भी किसीका ऊपर तंत्र मंत्र बाधा को समाप्त कर सकते हे।
गुड़ूली उहू करे लंकाय उड़े पड़े ।
बगिमा पहे करे भर,तीन कोन पृथिबी मायेर पया करे टल मल ।
शिव जटा बाण नामे ओ मा साधना आमार ।आमार मंत्र बादे आमार गुरुदेबेर मंत्र बादे ।
अमूकेर अंगेर बाण,जादू ,टोना, गाछ, गाछरा, उड़ा बाण , जाला बाण,कुफरी कलाम, पाथर पुल्की बान, शुटको शुटकी बाण , बिये बंध करे राखा बाण, बाड़ी नष्ट करा बाण,सब बाण धरे धरे खा ।
जे मेरेछे उल्टे तारे खा ।
खेये फिरे आय आमार धारे ।
यदि ना आसिस आमार धारे दुहाई आली आल्लार कपाले बाम पा तुले ।यदि ना आसिस आमार धारे आल्लार आरस कुर्सी भेंगे जमीने पड़े ।।
बगी मन्त्र से बहुत प्रेत बाधा हटाय। इस मंत्र को किसीभी पानी में अभिमंत्रित करके रोगी को पीला देने से रोगी के ऊपर बहुत प्रेत बाधा समाप्त हो जाते हे।
स्वर्ग थेके एलो बगा नाम नाहि जानि ।
अमुकेर ऊपरे जतो तंत्र मंत्र बाधा,
भूत प्रेत बाधा,जिन्न दैत्त चालान करा आछे
सब खुटे खूटे खा
सबकिछु खेये बगा तुई स्वर्गते आबार फिरे या ।
दुहाई मा कामाख्या कालिर।
दुहाई इश्वर महादेवेर ।
दुहाई नृशिंह देबेर ।।
तांत्रिक का बंधन करने का मंत्र
किसीभी तांत्रिक का बिद्या को नस्ट करने के लिए इस मंत्र को पाठ करके कंठस्त करने के बाद किसभी तांत्रिक के सामने मन ही मन ३ बार मंत्र पाठ करके हैट में ताली देने से तांत्रिक का बिद्या बांध जाते हे। मन्त्र में जहा पर अमुक का बीटा अमुक बहिपड़ तांत्रिक का बाप का नाम और उस तांत्रिक का नाम लेना हे।
आमूर बेटा हजरत आली
आस मान जमीने मारलाम ताली। अमुकेर बेटा अमुकेर खनकारि कवि राजी तंत्र मंत्र ओसुद पत्र गुण ज्ञान धरिया धारिया खाबी , जोदी ना खाबी ३० कोठी देव तार माथा खाबि ।
जोदी ना खाबि २ लक्ष २४ हाजार पिर पयम्बरेर माथा खाबि।।
तांत्रिक का बिद्या को बंधन करने बाला मंत्र
किसीभी तांत्रिक या ओझा आपको लग रहा हे आपको बहुत तकलीफ दे रहा हे या आपका परिबार के ऊपर तंत्र मंत्र का प्रयोग कर रहा हे तब आप इस मंत्र का प्रयोग करके उस तांत्रिक का बिद्या को बांध सकते हे। उसके लिए सबसे पहले निचे जो मंत्र हे उस मंत्र को किसीभी अमवस्या को पाठ करके कंठस्त कर लेंगे इसके बाद जो तांत्रिक का बिद्या को नस्ट करना हे।किसभी शनिबार को उस तांत्रिक के घर के सामने जाकर मिटटी के ऊपर बैठ कर या खरा होकर इस मंत्र को तीन बार पाठ करके मिटटी में तीन बार हाथ से थप्पड़ मरेंगे तीन बार थाबा मरने से तांत्रिक का बिद्या उसी समय से काम करना बांध जायेगा।
शुनो शूनो ओहे गुरु स्थिर कोरी मन ६२ बंधन करि गुणीन यतजन ।
गुणीनेर गुण बंध ताहार ओस्तादेर ओस्तादी बंध ।गुणिक गिरी कराय जारा दुई कर्मे एक देखी आकाशे, एक देखी पाताले, एक देखी दुनिया , चांदेर गुरुर सेबा दमन करे सिद्धि पाई, ताहार पापेर जोन्य रामेर हातेर राम गुणिन ,गुणीन सीतार हातेर ताली पंचबारी माटीते थाबा दिया सब गुणिन बंध कोरी ।
बान जादू टोना ऊपरी बाधा को समाप्त करने का मंत्र
किसीभी प्रकार के जादू बाधा तंत्र मंत्र बाधा को समाप्त करने के लिए इस मन्त्र बहुत शक्ति शैली हे किसीभी पानी के ऊपर मंत्र को पाठ करके अभिमंत्रित करके किसीभी भूत प्रेत ग्रस्त रोगी को पीला देने से रोगी के ऊपर से सारा बढ़ा ख़त्म हो जाते हे। इस मन्त्र को सबसे पहले पथ करके कंठस्त कर लेना हे इसके बाद इस मन्त्र प्रयोग करना'हे।
आकासे छीलो पानी,आनछे विष करनी । समुद्रे छीलो लोहा आनछे बीर हनुमान । धरछे विष करनि ,हु आकार , दू आकार , नेरा कार आकार छिल, हिरार माझे करात पयदा हईलो ।
आमार करातेर चार नाम आजराईल,जिब्राइल, मीक राईयेल,ईसरा फील,आमार कराते चार नाम आईते काटे, जाईते काटे,डाने काटे, बाये काटे, तामा काटे, तामी काटे,भूत काटे प्रेत काटे,३६४ जोड़ा बान काटे,रामेर हातेर बाण काटे, गाईच्चा बाण, माईच्चा बाण , जाल बान ,स्थल बान,बार बार कुग्यान काटे।
आल्लार नाम ईरा, अमुकेर नष्ट कुग्यान काटिया करीलाम जीरा जीरा । दुहाई आल्ला दुहाई ओस्तादेर।।
बिष केतुर करात मंत्र
बिष केतुर करात मंत्र से किसीभी प्रकार जादू टोना को काट कर सकते हे। इस मंत्र को पाठ करके कंठस्त करने के बाद एक लोटा पानी में एक लोहे के आरी से एक बार मंत्र पथ करेंगे और एक बार पानी को काटेंगे ऐसा तीन बार मंत्र पाठ करके तीन बार पानी को काट कर अभिमंत्रित करके जिसको बहुत प्रेत बाधा या तंत्र बाधा हुए हे उसीको पीला देने से उसके ऊपर सब तंत्र मंत्र बाधा समाप्त हो जाते हे।
विष केतुर शिर छेदी करात महाशय
धन्य हइया परे नारायणे कय
कह प्रभु आमी की काज करिब
कोन कार्ज हेतु आमी जागते रहिब ।
नारायण कहे तब इच्छा की रूप।
बुझिया कह हे ताहार बर्नना स्वरूप ।
करात बले मोर इच्छा एई मत हय
जगत हितार्थे मन मम सदा रय ।
संतुष्ट हईया हरी आज्ञा तारे दिलो ।
दुई जने बान करात काटीते लागिलो।
बानेर शक्ति अमकेर अंगे आर नाई।
सुस्थ हये जाओ तुमि एबे रोगी भाई।
कार आग्ये ? श्री हरी रामेर आग्ये
भुत प्रेत झारन मंत्र इस मंत्र
भुत प्रेत झारन मंत्र इस मंत्र से प्रेत या पिशाच बढ़ा होने से जहर फुक करने पिसाच छोड़कर भाग जाते हे।
कुल कुल पिचासी बलि तोरे ओ सर्वनासी ।
धरिस तुई कत बल, छाड़ीस ना केनो एई स्थल ।
आपनार मान्य यदि राखी बारे चाओ ।
झटिती कारिया तुमि कैलासेते जाओ ।
कार आग्ये ? काऊरि कामाख्या मायेर आग्ये।
कार आग्ये हाड़ीर झी चंडीर आग्ज्ञे ।
भुत प्रेत झारन मंत्र इस मंत्र से प्रेत या पिशाच बढ़ा होने से जहर फुक करने पिसाच छोड़कर भाग जाते हे। इस मंत्र को किसीभी बाली के ऊपर अभिमंत्रित करके भूत प्रेत ग्रस्त रोगी के ऊपर छिडक देने से भुत प्रेत छोड़के भाग जाते हे।
जय जय करे हुंकारे छाड़े , पर्वत शिखर भांगिलेक झड़े।
अग्नि बान शरबान सायरात आर ,बालिर प्रतापे सबे उभे देय रड़ ।
मुष्ठी करिया बाली फेले दिलाम अमुकेर अंगेर प्रेतात्मार बुके ।
झलके झलके रक्त उठे तार मुखे ।
आं रिं जय चामुंडे अमुकेर अंगेर भूत बिनाशय ।
आं रिं हुं फट् स्वाहा ।।
बाण काटने का सरसो पड़ा मंत्र
किसीभी प्रकार बाण काटने के लिए सरसो पड़ा मंत्र से सरसो के ऊपर अभिमंत्रित करके आग में देने से रोगी के ऊपर बाण काट जाते हे।
एक मूठा सरिषा बार मुठा राई ।
चलरे सरिषा काऊर जाई ।
काऊरे आछेन छुतोर बुड़ी ।
तार खोलाते सरिषा भाजी
शरीषा करे चड़ चड़ ।
अमूकेर बाण केटे पड़ ।
कार आग्ये ? हाड़िर झी चंडीर आग्ये।
बाण काटने का मंत्र
बाण काटने का मंत्र को किसीभी दिन पाठ करके कंठस्त करने के बाद एक लोटा पानी में तीन बार मंत्र पाठ करके तीन फुक लगाय इसके बाद इस पानी को लेकर बाण ग्रस्त रोगी को पीला देने से शरीर से बाण काट जाते हे।
लब कुश दुई भाई युद्ध आरम्भील
बाल्मीकिर मंत्र पड़ी बान जन्माइलो ।
बाने बाने काटा काटी बान बरीर्षण ।
अर्द्धचंद्र बाने भार काटिलो एखन ।
आं रिं ज: ह्रिं ध्रिं र:
कार आग्ये ? काऊरेर कामिख्या मायेर आग्ये ।
कार आग्ये हाड़ीर झी चंडीर आग्ये।
बाण काटने का मंत्र
जुड़िल धन्बन्तरि बाण , ताते पृथ्वी कम्पबाण
भयेते बासुकी भावे मने मन, नागेर प्रवीण ये पाठाय
ब्रह्मार काछे द्रुत उपस्थित हय, ब्रह्मार ब्रह्मास्त्र बाण
शिवेर पाशुपात खान,नारायण चक्र लन हाते।
उपजील अग्नि ताते, सेटा येन यमदग्निर मतो
यतेक बाण से पूड़ाय ,
आमारे ये हय रुष्ठ ,विशेष देय गो कष्ट ।
काटुक तार बाण तीने ।
आं रिं जय चामुंडे मम शत्रु बिनाशाय
आं श्लिं हूं फट् स्वाहा।।
लक्ष्मण गंडी मंत्र
लक्ष्मण गंदी मंत्र इस मंत्र का प्रयोग से किसीभी एरिया गाब घर जंगल में गंडी डाल सकते हे। इस लक्ष्मण गंडी देने से किसीभी प्रकार कही तंत्र मंत्र बहुत प्रेत या जंतु जनयर की भय नहीं रहता हे। इस मंत्र को प्रयोग करने के लिए सबसे पहले मंत्र को पथ करके सिद्ध कर लें पड़ेगा इसके बाद जब प्रयोग करेंगे ४ मिट्टीका ढेला या पत्थर की टुकर उठा कर एक एक में तीन तीन बार मंत्र पढ़कर अभिमंत्रित करके चारो दिशा पर फेक देने से बंधन लग जाते हे।
धनुकेर स्थले गंडी दिलेन ,राम चंद्रेर साक्षी साथे यत देवगन ।
सूर्य गड़ेर पाशे रामेर धनुक द्वारे , उपरे विश्व चक्र सदय थाक प्रहरी ।उत्तर गरे द्वारि थाक पर्वत हिमालय ।पूर्व गरे द्वारि थाक आली आल्ला ।दक्षिण गड़ेर द्वारि थाक देव पंचानन ।
पश्चिमें थाकेन दंडी काल दंड शमन ।
आमार एई गंडीर मद्धे भूत प्रेत ,दानव दूत बाओ बातास डान डाकिनी,बाघ बाघिनि लक्षणेर गंडी रेख।गंडीर बाहिरे थेको ।
कार आग्ये राम लक्ष्णेर सीता देवीर आग्ये ।
आमार एई गंडी घर बारी जुड़े सात दिन साथ रात थाकगे ।।
शरीर बंधन करने के लिए शक्ति शैली बंधन मंत्र
पवन देव गमन करे लोहीतेर रथे ।
लांगलेर भर दिया हनु जाय साथे ।
शिखा बांधी आचल बांधी करीलाम सार ।
फासा फूसी कू दृष्टी काटी लाम सवार।
लाग बंधन आमार अंगे आज दूपुर काल रात्रि साथ दिन साथ प्रहर थाक ।।
एई बंध आमार अंगे शिग्री लाग ।।
शरीर बंधन करने के लिए शक्ति शैली बंधन मंत्र इस मंत्र को सबसे पहले पाठ करके कंठस्त करने के बाद ३ बार पाठ करके छाती पर तीन फुक मारने से शरीर में बंधन लग जाते हे साथ दिन के लिए
आद्देर देवता बंद बंद निरंजन, धर्मेर बंदना करी मंत्रेरि कारण।
बंदीब जय दुर्गा आमी होये साबधान ।
मनसा माताय बंदी नागेर प्रधान , शिक्षा दीक्षा गुरु बंध ब्रह्मार चरण ।
जा हते देखीलाम आमी मरूत भुबन।
डायन योगिनी बंध मनस्थिर होये।
गुणिन जनेरे बंध साबधान होये ,बंदिते बंदीते जेबा एड़ाया जाय।
कोटी कोटी प्रणाम करी आमी तार पाय।
लाग बंधन आमार अंगे आज दुपूर काल रात्रि ।
सात दीन सात रात थाक ,एई बंधन आमार अंगे शिग्री लाग।
शरीर बंधन करने के लिए शक्ति शैली बंधन मंत्र
घर थेके बेरिये पथे दिलाम पा
तुमी रक्षा करो मोर कामाख्या मा
कार आग्ये ?
काऊरि कामिखा मायेर आग्ये
हाड़ीर झी चंडीर आग्ये ।।
शरीर बंधन करने के लिए शक्ति शैली बंधन मंत्र
काली घाटेर काली बंद मन करी स्थिर
भक्ति भरे बंदीलाम पेड़ोर यत पिर
आठ घराय बंदीलाम देव महेश्वर
दश घराए बंदी लाम देब गदा धर
कामाख्याय बंदीलाम माता काम रूपी
बंद माता सर्व घटे देवी भागीरथी
लाग बंधन आमार अंगे
आज दुपुर काल रात्रि सात दिन साथ
रात थाक
एई बंध शीघ्रई आमार अंगे लाग।।
शरीर बंधन करने के लिए शक्ति शैली बंधन मंत्र
मरा कूड़े आसमान नड़े ।
मंत्र शक्ति तीन कुल पृथिवी जुड़े ।
परम पुरुष बलि आमी ।
रक्षा कर मोरे तुमि ।
कार आग्ये ?
काऊरी कामाख्या मायेर आग्ये
कार आग्ये ?
हाड़ीर झी चंडीर आग्ये
घर या जमीन को बंधन
घर या जमीन को बंधन करने के लिए निचे दिया मंत्र को किसीभी दिन पाठ करके कंठस्त करने के बाद। किसभी बाली के ऊपर ७ बार पाठ करके फुक मरकर अभिमंत्रित करके घरके ऊपर या शरीर के ऊपर छिड़क देने बंधन लग जाते हे।
घर बंद दुयार बंद बंद पीड़ार पाट ।
उनकोटी डाकिनी बंद दिये लोहार साट ।
भूत,प्रेत, दैत्य दानव साप बिछा बैंग ।
मनसा बासुकी बंद बंद बाघेर ठेंग
चारपेये तेपेये बंद बंद बुके हाटा ।
बंद बंद महाबंद शिरे शिबेर जटा ।
यदि बंद टूटे बंद शिबेर किरे लागे ।
आमार धुलाय तेत्रिश कोठी देबतारा भागे ।
तेत्रिश कोठी देवता छय कोठी दाना ।
बंदन टूटीले परे लागिबेरे हाना ।
कार आज्ञा पुयार आज्ञा ।।
पेट दर्द में नमक पड़ा मंत्र
पेट दर्द में नमक पड़ा मंत्र ,इस मंत्र को किसीभी दिन पाठ करके कंठस्त करने के बाद किसीभी नमक और अदा में मंत्र को ७ बार पथ करके नमक और अदा को अभिमंत्रित करके उस नमक और अदरक को खिला देने से पेट दर्द काम हो जाते हे।
नून सबते नून पड़ी
खीर सबतेर पानी
नुनेर जल द्बारा वेदना नरम कोरी ।
सोम पद्म मानी , हाड़े थाकस हाड़े मारूम ।
नारे थाकस नारे मारूम ।
चालने चालाईया मारुम ।
राम आईग्गा गुरुर पाओ।
सिद्धी कर काईलका चंडीर माओ ।
मछली का कांटा गला में लग जाने पड़
मछली का कांटा गला में लग जाने पड़ इस मंत्र को पथ कर भात में ७ बार मन्त्र पथ कर अभिमंत्रित करे इस के बाद भात को खिला देने से कांटा निकल जाते हे।
समुद्रेर मोध्ये अरमू, समुद्रेर गांग
सेई गांगेर माछ , कुईराय धईरा खाय ।
खाईया कुईरा उईरा से जाय ।
अमूकेर गलार काटा मागे दिया चले जाय।।
दुकान में अधिक बिक्री होने के लिए
दुकान में अधिक बिक्री होने के लिए इस मंत्र का प्रयोग से दुकान में अधिक ग्राहक आएगा। इस मंत्र को प्रयोग करने के लिए किसीभी दिन इसको पाठ करके कंठस्त करने के बाद पानी में ७ बार अभिमंत्रित करके पानी को दोकान में दोकान के बहार छिड़क देने से अधिक ग्राहक एते हे।
आइस मोहम्मद बईस स्थाने ।
ग्राहक मिलाओ आल्हा आमार दोकाने ।
आमार दोकान छाडी यदि अन्य दोकाने जाओ , ईश्वर महा देवेर माथा खाओ ।
चबल का पीठा को नस्ट करने के लिए जिस घर में पीठा बन रहा हे उस घर में जाकर मन ही मन पाठ करने से पीठा ख़राब हो जायेगा
आठारो करीलाम नाटा
पीठेरे करीलाम छाई ।
आर यदि पीठे जोड़ा लागिस धर्मेर दुहाई ।
कार आग्ये काऊर कामिख्या मायेर आग्ये
कार आग्ये हाड़ीर झी चंडीर आग्ये
नख दर्पण मंत्र
नख दर्पण मंत्र ,इस मंत्र का प्रयोग से किसभी प्रकार के सामान अगर चुरि हुई हे तब तुला राशि बाला बेक्ति के ऊपर उसके दोनों हैट के बृद्धंगुलि के ऊपर सरसो तेल लगाकर इस मंत्र को साथ बार पाठ करके तीन बार फुक मार्के अभिमंत्रित करके देखने से जो सबल करेगा बही दिखाई देगा।
रक्त काली रक्त गौरी रक्त करा पूरी
रक्त खाइस रक्त पिंडे कारिया भर
अमुकीर अंगेर देव दानव गन्धब यक्ष राक्षस
अमुकीर नखेर ऊपर बांधिया हाजिर कर ।
भब भव स्वाहा कालिका चंडीर आज्ञा ।।
जिसका नख में तेल लगाएंगे उसको इस मंत्र को पाठ करते रहना हे।
महा देवी कालिका सत्बरे चली आय।
किंकीनि झुनू झुनु बाजे रंगा पाये ।
स्वेत पर्वते चलिया आय, आसरे राजा सौभट्ट राय ।
ऋतू बेदनाय अदा पडा
ऋतू बेदनाय अदा पडा मंत्र। इस मंत्र को किसीभी दिन पाठ करके कंठस्त करने के बाद अदरक के ऊपर ७ बार मंत्र पाठ करके ३ बार'फुक मरकर अभिमंत्रित करके अदा को खाने से मासिक चलाकालीन दर्द कम हो जाते हे।
बड़ बड़ आदार सरू सरू आश
ऋतु बेदनार गलाय तुले दीनू फास ।
आमार आदा पड़ा यदि लंघे
इश्वर महा देबेर पंचमूंडे बाम पद ठेके ।
कार आग्ये ? विष हरी राईयेर आग्ये ।
झर तूफान को कम करने के लिए ये मंत्र
झर तूफान को कम करने के लिए ये मंत्र हे इस मंत्र को पाठ करके कंठस्त करने के बाद किसीभी पानी में अभिमंत्रित करके पानी को जमीन में छोड़ देने से तूफान झड़ काम हो जाते हे।
पा माने गटने काली ।
तूफान भांगाय डाली ।
दुहाई बाबा बदर आली ।
गांगेर तूफान होये जारे पानी ।
दुहाई मा काली दुहाई मा काली दुहाई मा काली
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