sharir bandhne ka mantra | शरीर बंधन सबसे शक्ति शाली मंत्र

sharir bandhne ka mantra | शरीर बंधन सबसे शक्ति शाली मंत्र


शरीर बंधन करने शक्ति शालीशक्ति शाली मंत्र



    दोस्तो आज में आप लोगोकाे कुछ मंत्र दे रहा हु जो शरीर रक्षा के लिए ये सब शरीर बंधन मंत्र हे ।शरीर रक्षा मंत्र जरूरत पाडता हे बहुत समोय में आप काम के कही पड़ भी जा रहा हे उसी टाईम आप शहरी बंध करके जाने से आपका कही एक्सीडेंट होना का जोग रहने से वो भी टल जाते हे।आप बाहर किसी जंगल में जा रहे हे उसी वक्त भी आप आगर शरीर बंध करके जायेंगे जंगली कही जानोबार आपका ऊपर एटैक कर नही पायेगा ।आप आगर किसी कारण में समशान जा रहे तब भी शरीर बंध करके जाना जरूरी है।आप किसीभी गांव में घूमने जा रही हे तब भी शरीर बंध करके जाना चाहीये क्योंकि हमेशा गांव में भूत प्रेत की दर लगा रेहेता हे।आपका ऊपर अगर कालाजादु हुई हे तब भी आप शरीर बंध कर सकते हे ।हर रात को आप शरीर बंध करके सो सकते हे इससे आपको सोने में कही तकलीफ नही होगा जैसे रातको सोने के बाद बहुत डराहुए सपना अति हे ,रतको अचानक डर जाते हे ये सब नही होगा।किसीभी बच्चे को अगर नजर लगता है बार बार तो मंत्र पडकर बच्चे के शरीर बंध कर देने से नजर दोष नही लाग ताये ।

    शरीर बंधन मंत्र बहुत तरा की होता हे किसी किसी शरीर बंधन २४ घंटा के लिए होते हे और किसी ७ दिन के लिए होते हे और कुछ शरीर बंधन १सालो के लिए होते हे

    १ सालो के लिए जो बंधन हे वो किसी बिशेस तिथि या नक्षत्र को किया जाते हे

     

    शरीर बंधन' हनुमान साबर मंत्र



    मंत्र: ॐ गुरुजी को आदेश गुरुजिको प्रणाम ,धरती पिता धरती माता धरती धरे न धीर ,बजे स्रिंगी बजे तुरतुरी आया गोरख नाथ, मीन के पुट मूंज की छरा लोहे की कड़ा हमारी पीठ पीछे जोती हनुमंत खारा,

    शब्द सांचा पिंड कांचा फुरे मंत्र ईश्वर बांचा।

    ईस मंत्र को किसीभी शुभ मुहुर्त में   कंठस्थ कर लेने से ये सिद्ध हो जायेगा। मंत्र को तीन बार पाठ कर तीन फु छाती में मरने से शरीर बंध हो जायेगा ये मंत्र  एक दिन के लिए काम करते हे ।।



    शरीर'बंधन सिद्ध साबर मंत्र 



    मंत्र : माता पिता गुरु बांधो धार बांधो अस्ति बैश्ये काटे मुन्नाय बंधा हनुमंत वीर न लाख शुद्रन पा के पाओ रक्षा कर श्रीग्रई खाओ ओता देहन बांचा नरसिंह की दुहाई हमारी सबती आ।

    (Mata pita guru bandho dhar bandho asti baise Kate munnay Oita dehan bancha narashinha ki duhai humari Sabati Aa।।)

    इस मंत्र को भी किसीभी शनिवार या मंगल बार को किसीभी मंदिर जाकर १०८ बार जप करने से सिद्ध हो जायेगा।मंत्र को पड़कर एक बार पड़ कर एक बार फु छाती में ऐसे साथ बार पड़ कर साथ फूक मरने से शरीर बंध हो जायेगा ये २४ घंटा के लिए काम करता हे।




    कामाख्या सिद्ध  मंत्र 




    मंत्र:जल बंधु स्थल बंधु बंधु अपनी काया साथशो जोगिनी बंधु बंधु जगत की माया 

    दुहाई काउरी कामाख्सा नेना जोगिनी की

    दुहाई वीर मसान की

    दुहाई इश्वर गोरा पार्वती की।।

    ईस मंत्र को कंठस्थ करने के बाद

    ३ बार पड़ कर तीन बार छाती में फूक मरने से शरीर बंध हो जाते हे ये २४ घंटा के लिए काम करते हे।




    शरीर बंधन सिद्ध साबर  मंत्र 




    मंत्र:आकाश बांधू पाताल बांधू बांधू धरती आसमान ,मेरा बांधा न बांधे मेरे गुरुका बांधा ना बांधे तो गोरख नाथ की आन 

    शब्द सांचा पिंड कांचा फुरे मंत्र ईश्वरो बांचा।।

    ईस मंत्र को भी किसीभी अच्छा टाइम में कंठस्थ करने से सिद्ध हो जायेगा फिर इसको एक बार पाठ करके एक फूक छाती पड़ ऐसे साथ बार पाठ कर साथ फूक मरने से शरीर बंध हो जायेगा।





    शरीर बंधन सिद्ध हनुमान मंत्र 




    मंत्र:ॐ नमः बज्र की कोठा जिसमें पिंड हमारा पेठा

    इश्वर की कुंजी ब्रह्मा का ताला,

    मेरे आठोंयाम यती ,हनुमंत रखवाला।।

    ईस मंत्र को भी पहले हनुमान मंदिर जाके १००८बार पाठ कर सिद्ध कर लेना इसके बाद किसीभी समय में इसका प्रयोग कर सकते हे ३ पाठ करके तीन फूक मरने से छाती पड़ शरीर बंध हो जायेगा।





    शरीर बंधन सिद्ध मुस्लिम  मंत्र 




    मंत्र: आई तुल कुर्सी बीच फूरोयान ,आगे पीछे तु रहमान,

    लाई लाह की कोट , इलाल्लाह की खाई, मुहम्मद रसूलल्लाह की दुहाई,नजर को बंधु ,भूत को बंधु,जोगिनी डेरा सब बेला को बंधु,बो हक्क या बुद दुह ,मदद मेरी पीर की शब्द सांचा पिंड कांचा फुरे मंत्र ईश्वरो बाचा।।

    ईस मंत्र को किसीभी शुक्र बार को शुद्ध आसन में बैठ कर १११ बार जप करके कंठस्थ करने से सिद्ध हो जायेगा ईस मंत्र किसिका झाड़ फूक भी कर सकते हे ,भूत प्रेत नजर दोष भी ठीक हो जायेगा।काले रंग की धागा में एक बार पाठ करके एक गांठ ऐसे साथ बार पड़कर साथ गांठ मरने के बाद रोगी या बच्चा की गले धारण करने से भूत,प्रेत नजर दोष ऊपरी हवा से रक्षा होती हे।




    शरीर'बंधन सिद्ध कामाख्या मंत्र 




    मंत्र: काली घाटे काली बंद ,मन कोरी स्थिर , पैरोते बांधीलाम साथ समुंदर पीर,दश घराय बांदी लाम देव पंचानन, कामाख्याय बांदी लाम देवी कामरूपी, सरबो घाटे बंध मां गंगा भागीरथी, लाग बंध आमार अंगे आज दुपुर काल रात्रि साथ दिन साथ प्रहोर थाक

    एई बंध आमार अंगे श्रीग्री लाग।।

    ईस मंत्र को पहले किसीभी चंद्र ग्रहण काल या सूर्य ग्रहण काल में १०८ बार पड़कर सिद्ध कर लेना पड़ेगा फिर इस मंत्र को साथ बार पाठ कर साथ फूक मरने से शरीर बंध हो जायेगा।।




    शरीर'बंधन सिद्ध बेद  मंत्र




    इस   मंत्र किसीभी ग्रहण के समय मंदिर में जाकर १०८ बार जप करने से सिद्ध हो जायेगा। इसके बाद इसको शरीफ ७ बार पढ़कर छातीपर फुक मारने से शरीर बंध हो जायेगा। किसीभी दुस्ट शक्ति  से हमेशा रक्षा करेंगे 

    मंत्र "ॐ परब्रह्म परमात्मने मम शरीरम  पाहि पाहि कुरु कुरु सबहा। "



    शरीर'बंधन सिद्ध बंगाली  मंत्र




    इस मंत्र को प्रयोग करने के लिए सर्ब प्रथम मंत्र को किसीभी शुभ समय में जप करके कंठस्त कर लेने से मंत्र  सिद्ध हो जायेगा इसके बाद घर से निकल नेका पहले ३ बार पाठ करके छाती पर तीन फूक और दो  ठो एक्स्ट्रा फुक मारने से शरीर  बन्ध हो जायेगा 

    मंत्र "हस्त बंदी पद बंदी,बंदी बक्ष शिर ,मुखे बिजयिनी शीरे रघुबीर ॐ  रां  लं यं बं सं हं स: नरसिंह मंत्रते आमार अंगेर नाई धंस बीज नाही मानी जेबा पशे मम काय भबानीर सहित भब आजील्लेंन  ताई। कार आज्ञाय माँ जगत कुमारी  देवी स्बाहा। 



    गोरख नाथ सिद्ध मंत्र 



    इस मंत्र को प्रयोग करने के लिए सर्ब प्रथम मंत्र को किसीभी शुभ समय में जप करके कंठस्त कर लेने से मंत्र  सिद्ध हो जायेगा इसके बाद घर से निकल नेका पहले ७ बार पाठ करके छाती पर साथ  फूक और दो  ठो एक्स्ट्रा फुक मारने से शरीर  बन्ध हो जायेगा 

    मंत्र -"जल  बांधो स्थल बांधो बांधो आपनी काया शतशो योगिनी बांधो बांधो जगत की माया दुहाई काउड़ी  कामाख्या माँ की दुहाई ईश्बर गोरा पार्बती ,दुहाई बीर  मशान की।  






    शरीर बंधन ग्रामीण सिद्ध मंत्र





    इस मंत्र को प्रयोग करने के लिए सर्ब प्रथम मंत्र को किसीभी ग्रहन के  समय में जप करके कंठस्त कर लेने से मंत्र  सिद्ध हो जायेगा इसके बाद घर से निकल नेका पहले ७ बार पाठ करके छाती पर साथ  फूक और दो  ठो एक्स्ट्रा फुक मारने से शरीर  बन्ध हो जायेगा 

    मंत्र -घर थेके बेरिये दुयारे दिलाम पा ,आमाय रक्षा करोगो बेउराम पुरेर बेउ बासिनि माँ कार आज्ञे ?सेई बेउराम पुरेर बेउ बसिनीर आज्ञे ,एई बंध आमार अंगे श्रीग्री लाग्गे।।   



    घर और दोनों को शरीर रक्षा मंत्र 



    आप अपना सुरक्षा के साथ दूर से आपका घरका सुरक्षा कर सकते एक मंत्र से ।आपको हमेशा डर लगा रेहेता ही है कही तांत्रिक या कही दुश्मन जो आपका पीछा पड़ा हुए हे आपका अनजाने में आपका घर परिवार का बहुत नुकसान कर रहा हे तंत्र मंत्र कालाजादु,कुफरी कलाम कही भी तंत्र हो आपका या आपका परिवार का हानि हो रही हे तो आप ये उपाय कर सकते हे ये बहुत लाव दायक हे।

    आपको करना केया हे आप जब भी घर से निकलेंगे या घर की बाहर जायेंगे हर दिन शुभे या शाम को ये मंत्र पढ़ते हुए अपनी छाती पर फूक देना हे ,एक बार मंत्र बोलकर एकबार फु देना हे छाती पर । ईससे आपका शरीर और घर परिवार दोनो सुरक्षित रहेगा ।

    मंत्र को पहले किसीभी चंद्र ग्रहण या सूर्य ग्रहण काल में १०८ बार जप करने से मंत्र फूल पावरफुल बन जायेगा ,मंत्र जागृत हो जायेगा 

    मंत्र :ओम रामेर गर आमार चारी चतुर दिक जूरिया पड़,

    लक्षम हस्ते लये खरी,रामेर गोंडी दिलेन बेड़ी।

    पड़ीलो गोंडी आकाश पाताल जुड़े थाक।

    तेतृस कोठी देवता रहीलेन, गोंडीर द्वारे दिलाम बज्र कपाट।

    पूर्व द्वारे भानुभास्कर,उत्तर द्वारे वैद्यनाथ, पश्चिम द्वारे हेम केदार, दक्षिण द्वारे जगनाथ,अग्नि कोने ब्रह्मा बोसेन,ईशान कोने ईशान, नैयारते नारायण बोसेन, उत्तरे ओडिशाय हनुमंत।

    राखेन वायु कोने वायु, पाताले बरूण, निशिते निशा पति , शुन्यी राखेन शुन्यिनाथ । तेतृश कोठी देवता रहीलेन जागिये,राम गोंडी रक्षा कोरेन अनले बेरिये।

    कार आग्गाय ? राजा श्री राम चंद्रेर आग्गाय आमार घर बारी देह जुड़े श्रीग्री लाग श्रीग्री लाग श्रीग्री लाग।

    ये एक बंगाली मंत्र हे मंत्र बहुत पावर फूल हे।अगर आपका पहले से घरमे या शरीर में कही दोष दुषि हे तो ये ठीक से काम नही करेगा ।पहले शरीर या घरोमे दोष काटने के बाद ही ये काम करेगा।।



    शरीर बंधन करने  कुछ उपाय



    1. लहशुन और हिंग को एकसाथ तांबे के कावोच में भरकर पहन ने से शरीर बंध रहता हे।

    2.गंधक सफेद राई, नमक ये सबको एक साथ मिलाके कबोच में पहन ने से शरीर बंध रहता हे।

    3.बिना फल बाला इमली का जड़,निर्गुण्डी या निशिंदा का जड़,काले धुतरा का जड़,बेल का जड़, अपांग के जड़,अपमार्ग की जड़ ,७ बंसी ,७ प्रकार की काटे,नदी का तोडा बालु,इंद्र जाल,माया जाल ,ब्रह्मा जाल ये सबको एकत्रित करके चांदी के कावोच में धारण करने से शरीर बंधन रहते हे।जड़ को उठाने के समय निमंत्रण देकर उठाना है।

    4. मछुयार के जाल के शीशा शरीर पर रहने से शरीर बंध रहते हे

    5.भोजपत्र पर बगला मुखी यंत्र अंकन करके गले में धारण करने से शरीर बंध रहता हे।

    6. काले घोड़े की नाल को प्राण प्रतिष्ठा करके उससे एक अंगूठी बनाए बिना आग लगाके इसको पहेन ने से भी शरीर पर तंत्र मंत्र का असर नही होता हे।

    7.७ हनुमान मंदिर से तोडा तोडा सिंदूर लाना हे सबसे तोडा तोडा करके एक ताबीज में भरकर धारण करने से शरीर रक्षा होता हे।

    8.काले कुत्ता की नाखून को तांबे के ताबीज में धारण करने से शरीर का रक्षा होता हे।

    9.काले बकरी की राशि और उसका दारी खेजूर का पेड़ में रहता उसका जड़ी और ऊपर में बताया हुए सब पेड़ का जड़ को एकसाथ मिलाके धारण करने से शरीर बंध रहता हे।

    10.गोरचाना और टगर को एकसाथ चांदी के काबोच में धारण करने से शरीर बंध रहता हे।

    11.दक्षिण मुखी शंख को गले में धारण करने से शरीर में तंत्र मंत्र रक्षा होता हे।

    12.काली मंदिर में चढ़ा हुए मा का फूल उसका आंखो की काजल,सिंदूर, मा की कपड़ा सब एक साथ करके चांदी के कावोच में भर ले और माता को भोग लगाके सदा खुदका रक्षा के लिए प्रार्थना करके कावोच धारण करने से शरीर का रक्षा होता हे

    13. वन्य शुयोर की दांत,उसके अन्दर तोडा हाती दांत ,बानर की लोम,सेर की नाखून,उल्लू की हड्डी , चामचिकी की पंख ये सब एक साथ दांत के अंदर भर कर तोडा गोरचन दे दे अंदर इस कावोच को धारण करने से शत्रु बाधा ,नजर बाधा,तंत्र,मंत्र बाधा से शरीर का रक्षा होता हे।

    14.मयूर की पंख को कावोच में भर कर साठमे तोडा कर्पूर गोरचन और टगर डाल दे एकसाथ मिलके कावोच धारण करने से शरीर का रक्षा होता हे।

    15. एक काले गुंचा एक सफेद गुंचा,काले धुतरा की जड़,सफेद मदार की जड़ गोरच्न सबको एक साथ मिलाके धारण करने से शरीर रक्षा होती हे।

    16. लेम्बू की बंदा को रवि पुष्य नक्षत्र में विधिवत पूजा करके लाना चाहिए इसके बाद इसके तोडा हिस्सा कावोच में भर कर धारण करने से शरीर के रक्षा होती हे।

    17.अपरा जीता स्त्रोत्र को अगर भूज पत्र में गोरचन और कुम कुम से लिखकर चांदी के कावोच में धारण किया जाय तो सर्व प्रकार के भय से रक्षा होती हे।

    18.शेर को नाखून को चांदी के लाकेट में धारण करने से शरीर रक्षा होती हे।

    19.७ मुखी रुद्राक्ष,५ मुखी रुद्राक्ष या २ मुखी रुद्राक्ष किसीभी एक रुद्राक्ष को विधिवत पूजा करके धारण करने से शरीर का रक्षा होता हे।

    20.हनुमान रक्षा यंत्र,बटुक भैरव रक्षा यंत्र ,शिव रक्षा यंत्र ,महाकाली रक्षा यंत्र, नरसिंह रक्षा यंत्र,नारायण रक्षा यंत्र,दुर्गा रक्षा यंत्र ,हजरत रक्षा यंत्र और भी बहुत सारे यंत्र हे जो शरीर को रक्षा करती हे।

    बाकी कुछ शरीर बंधन रक्षा कबोच हे जिसको धारण करने से हमेशा शरीर बंध रहता है ।इसके लिए भोज पत्र में गोरचन कुम कुम केसर बहुत कुछ सामग्री और  यंत्र बनाके धारण करने से शरीर हमेशा बंध रेहेता हे

    अगर अपलोगोको किसीभी रक्षा यंत्र चाहिए तो आप लोग हमसे संपर्क कर सकते हे आप लोगोको मिल जायेगा।


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