Kalajadu ka kat || remove black magic

Kalajadu ka kat || remove black magic

कालाजादुहोने का कारण



    दोस्तो आजकल बहुत ही चल रहा है ब्लैक मैजिक या कालाजादु पहले पहले गायों में होता था लिकिन आजकल बड़ा बड़ा शाहोरो में ये होने लगा हे। इसके इलाज लिये लोग कहा कहा पर भटक रहा हे लिकिन ठीक हो नही पा रहा हे । बहुत ढोंगी पाखंडी तांत्रिक कुछ पैसा के लिए किसके ऊपर काला जादू का प्रयोग कर देता और ये सब कराने बाला खुदका कही मित्र या परिवार का रिश्तेदार ही होता हे जो आपका तरक्की देखकर जलन भावना मनमे रखकर तांत्रिक का हात पकड़ कर काला जादू कर देता है। आजकल तो जाहिर सी बात हो गैया जैसे आपका बच्चा अगर अच्छा पढ़ाई लिखाई करते हे तो उसीमे भी कालाजादू प्रयोग करते हे।आपका बहत इज्जत हे मार्केट में आपका ऊपर भी कर सकते हे ।आपका जन्म कुंडली में अच्छा तरक्की जोग हे आपका मित्र या रिस्तेदार को पता हे उसिको छिनके वो खुदका कुंडली में बैठा नेके लिए भी काला जादू प्रयोग होता हे।आपका बच्चा स्वस्थ हे अच्छा खेलता कूदता हे और किसिका बच्चा बीमार हे बीमार बच्चा को ठीक करने के लिए आपका बच्चा के ऊपर भी कालाजादु का प्रयोग हो सकते हे।अप पूजा पाठ में रुचि रखते हे आपसे आपका इस्ट देवता खुश हे आपके साथ कुछ अच्छा होता हे जो किसके साथमे नही होता हे आपसे आपका अच्छाई को ले लेने के लिए भी काला जादू हो सकते हे।पति पत्नी में अच्छा रिश्ता हे उसीको खत्म करने के लिए भी कालाजादु प्रयोग होता हे।आपका पैसा जमीन हड़प लेने के लिए भी काला जादू प्रयोग होता हे,अप ऑफिस में ऊची पेजिशन में आपका ऊपर भी काला जादू प्रयोग हो सकते हे आपसे काम हासिल करने के लिए या अप आपका जुनीबर कुछ नही बोलेंगे इसके लिए आपका मू बंद करने के लिए भी काला जादू प्रयोग हो सकते हे।और भी बहत कारण हे जो लोग इसका गलत प्रयोग करते हे। ये कितना प्रकार का हो सकते हे जैसे वशीकरण ,मोहन , उच्चाटन, स्तंम्वन, बिद्देशन, मारण तांत्रिक लोग कुछ जड़ीबूटी या कैमिकल को खाने के साथ खिला देता है या पीला देता है साथ में किसिभि नकारात्मक ऊर्जा या नेगेटिव एनर्जी को भेज देता हे और भी तरीका हे जैसे आपका बाल, नाखून ,कापड़ा,पेड़ के नीचे के मिट्टी,आपका खून के कपड़ा,आपका फोटो, आपका यूज किया कुछ भी लेकर कालाजादू कर सकते हे।इस काला जादू प्रयोग होने से आपका पूरा परिवार अरबपति से रोड में भी चला आते हे इतना खराब सुचुएशन हो जाते हे सारा पैसा, मान सम्मान,प्रतिष्ठा सब नष्ट हो जाते हे। कैसे पता चलेगा आपका ऊपर कुछ हुए हे। वशीकरण आगर किसका ऊपर होता हे तो उसिक मन अस्थिर रहेगा हमेशा जो आपके ऊपर बाशीकरन उसका याद आयेगा।अप उसीके लिए पागल जैसा हो जायेंगे वो जो भी बात बोलेंगे उसका बात मानने लगेंगे।रात को नींद खत्म हो जाना धीरे धीरे या नींद बहत आना। भूख न लगना मनमे चीरचीरा पन लगना। घरोमे अचानक बिन बजाय झगड़ा हो जाना ।दोस्त से धीरे धीरे नाता छूट जाना ये तो बशीकरण का सिमटोम हे। मोहन भी एक प्रकार बशीकरन जैसा हे इसमे किसी ने किसका ऊपर प्रयोग करते हे नही तो जो मोहनि प्रयोग खुद करके दुसरे के सामने जाता है और दूसरा आदमी या अरत पागल होके उसीका पीछे पीछे चला जाता हे। एक मोहिनी प्रयोग होता है तो बहुत दिनो तक असर रेहेता हे । उच्चाटन ये अगर किसके ऊपर प्रयोग होता है तो वो घर परीबार छोड़कर दूर काहपे भाग जाता हे। जिस जगा पर उच्चाटन किया जाता है उसी जगापर उसका मन नही लगेगा। उसीको हमेशा कही डर सताए गा दिमाग पागल पन जैसा मेहसूस होगा।खाने पीने के लिए मन नेही लगेगा। स्तंम्वन ये एक तंत्र का प्रक्रिया हे इसको आपका ऊपर प्रयोग करके आपका काम काज रोका सकते हे ,आपका सादी ,आपका कही शुभ काम,आपका गोद बांध देना आपका बच्चा कभी नही होगा।ये स्तम्भन प्रयोग करके कुछ चीजों को रुक लेता हे।इसका अच्छा प्रयोग भी हे जो में बादमें बताऊंगा । बिद्देशन ये भी एक प्रक्रिया है ये किसके साथ किसका दुश्मनी करा के झगड़ा या मारपीट करा देगा ,पति पत्नी का रिश्ता खत्म कर देगा ,बाप और बेटा का रिश्ता अलग कर देगा ,भाई भाई से दुश्मनी करा देगा और भी बहत चीज होता हे। मारण ये सबसे खराब या गंदा प्रक्रिया हे इसमें किसका मत हो जाता हे। इसमेे जादातर तांत्रिक जो कराते हे जिसके लिए उसीको खाने में बहुत सारा कैमिकल होता हे जो खिला देता हे और साथ में कही भूत प्रेत को भी अंदर डाल देता हे। कहीभी इंसान या औरत सुईसाइट करके मरते हे तो उसिका कापड़ा या उसिका नाखून , बाल या चिता की भस्म अभिमंत्र करके खिला देता हे । जादातर जो खिलाई पिलाई करते हे वो चीज आसानी से बाहर नही अति हे और पेट में हजम भी नेहि होती हे बेइसे पड़ा रेहेते हे पेट के अंदर जो इंसान धीरे धीरे कमजोर होने लगता हे और उसीका बीमारी डक्टर के पास कही इलाज नही होता हे।अप जितना भी कही भी अल्ट्रासाउंड एमआरआई कही भी बड़ा बाला चेकअप भी करा लेना क्यूं आपको पता नही चलेगा।इसमें सबसे पहले आपका पेटकी बीमारी शुरू हो जाएगी ।पेट जादा गैस बनना ,खाना ठिक्से हजम ना होना , प्रेसाब में इनफेक्सन होना बार बार बाथरूम जाना,आपका पैरालाइसिस जैसे बीमारी हो जाना, शुखके पतला हो जाना,सारा शरीर पर पैन रहना ,सांस लेते दिक्कत आना, हार्ट की बीमारी हो जाना ,नींद में हार्ट एटर्क होना । रातको डर मेहसूस होना ,आपके आसपास कही काला छाया देखना,सपना में अजीब अजीब चीज़े दिखाई देना हर रोज ,हर रातको खाने के सपना देखना, संशानघाट सपना में आना।ये सब तो पहले पहले मेहसूस होगा बादमें तो और भी खतरनाक हो सकते हे जो इंसान का जान भी चला जाते हे अप लोग सोचते हे इसका हार्ट एटर्क हुए हे या कही किडनी लीवर डेमेज होके मरा हे। जादा तर जितना भी प्रयोग हे सबका ही गलत असर होता हे बादमे लिकिन उच्चाटन और मारण में बहुत जल्दी किसीको भी मार देता ओर बीमार बना देता है। तांत्रिक ये सब काम शनिवार,मंगल बार, अमावस्या, पूर्णिम, शंकांति,कही ग्रहण काल रातको १२ से लेकर ४ बजे तक समय में करते हे । कालाजादू हो गेया आगर आपके ऊपर इससे बचने के लिए सरल उपाय क्या हे वो भी बताऊंगा अपलोगोको ।पहले तो जिसका ऊपर आपका सक हो रहा हे उसीने मेरे ऊपर कुछ किया हे तो अप उसीको पता लगने मत दीजिए जो आपको मालूम हो गई।अप उसका हातमे दिया गया खाना मत खाइए अगर खिला भी रहा है अप माना नही कर पा रहे तो कुछ भाग उसीको दे दे खाने के लिए इसके बाद अप खाइए या बादमें फेक दीजिए। आप हर रोज हनुमान चल्लीशा पाठ कीजिए, बजरंग बाण पाठ कीजिए, आपका जो ईस्ट देव रहेगा या कुलदेवी उसीका पूजा कीजिए । हर देवता का एक बीज मंत्र होता हे किसीभी एक देव या देवी का बीज मंत्र हमेशा जपते रहिए इतना जप कीजिए रातको नींद में भी कुछ दिक्कत आती हे तो उसिका बीज मंत्र या भगवान का नाम होना चाहिए ।क्योंकि नेगेटिव एनर्जी जादातर नींद में अटर्क करते हे। हर शनिवार के दिन शिव मंदिर जाके शिव लिंग में चरा हुए पानी लेके आना हे और हर दिन शुभे उसको तोडा तोडा पीना हे। हर रोज भैरव अष्टक पद सकते हे भैरव को हर रोज दारू छड़ा सकते हे ओर उसकी इस हाल से निकल नेका मार्ग दर्शन देने बोलेंगे। शनिवार या मंगल बार के दिन शूभे तीन शीशम के पत्ते ,तीन तुलसी के पत्ते ,तीन नीम के पत्ते ,तीन बैल के पत्ते,तीन अमरूद के पत्ते को प्रणाम करके लेकर आना हे पत्ता तोड ने से पहले पेड़ को बोलिए में अपना शारीर को ठीक करने के लिए पत्ता ले रहा हु कृपया मुझे आशीर्वाद प्रदान कीजिए ,पत्ते को धो कर भगवान के पास रख लीजिए फिर बैठके जिस ईस्ट देव का पूजा करते हे उसीका एक माला जप करके सारा पत्ता को ग्रांडर या और किसीमे मिक्स करके जूस निकल लीजिए और खाली पेट में पि लीजिए ,लगा तर तीन दिन पीना हे अगर आपका पेटमे कुछ होगा तो निकल जायेगा जरूर।अगर ना निकले तो ओर एक उपाय बोल रहा हु २ या 4 इमली लेना पाका बाला उसको पानी में मिला लेना फिर तोडा नमक तोडा सरसो का तेल डालकर घोल बनाके खाली पेट पी लेना इसीमे भी निकल जाते हे । धोबी घाट का पानी लेके आना हे ये नही मिलेगा तो ७ कुया के पानी लाना हे नही तो ७ ट्यूबवेल का पानी लाना हे और उसमे मुस्लिम कुरान का दुआ आयतूल कुर्शी ११बार, सुरफलक ११बार , सुरा नास ११ बार पड़कर दम कर लीजिए एक बार पढ़कर एकबर फू फिर इस पानी को शुभा शाम को पीना। हर शनि मंगल या अमावस्या के दिन अपना ऊपर लेंबू या जाई फल देकर उतारा कीजिए ७,२१,४१,१०८बार कुछ भी चलेगा। उतारा करने के बाद लेंबु या जायफल को जाला दीजिए। हर शनिवार को पीपल के पेड़ के नीचे धूप और पानी दीजिए। घरमें हर दिन शामको लोबांग,गुगुल,जायफल,धुना, गयोत्री,जबेत्री ,सफेद राई,काला राई, कर्पूर ये सब मिला कर धुना दीजिए । एलोवेरा का रस लेकर दूध में मिलाकर खाली पेट में पि सकते हे।छोटा मोटा कुछ रहेगा तो निकल जायेगा। घरमे हर दिन शमको चोमुखी दीपक जाला सकते हे सरसो का या तिल का तेल में उसीमे तोडा सा सफेद राई डाल देना हे तेल में और बोलना हे मेरा घर परीबार को रक्षा करने के लिए।खाने के बाद हर रोज ७ गोलमरीच खा देना हे। अगर जादा दिक्कत आती हे तो आपके आस पास में कही अच्छा पंडित हे तो उसी से संपर्क कीजिए क्या प्रोब्लम हो रही हे उसका हाल निकल ने के लिए।



    काले जादू से मुक्ति का मुसलिम मंत्र 




    कालेजादु से निजात पाने के लिए आज कुछ बंगाली मंत्र और उपाय बताऊंगा जो हर कही इसका उपयोग कर सकते हे ।ये मंत्र अप आगर सच्चे मनसे भक्ति के साथ उपयोग करेंगे तो निश्चित फल मिलेगा। 1)ये जो मंत्र बताऊंगा इसका काम हे आपको अगर किसीने कुछ जड़ीबूटी खिला दिया हे आपको पता चला हे लिकिन पेट से बाहर नही निकल रहा हे तो अप एक बार इस मंत्र का प्रयोग करके देख सकते हे आपको करना केया शनिवार या मंगल बार के दिन १००ग्राम आटा पानी से गुलके एक गोला बना लीजिए फिर आपके आस पास में कही तालाब या नदी हो जहापे मछली रहते हे।आपको उस अटाके गोला से ७१ ठो छोटा छोटा गोल गोल मछली का चारा बना लीजिए और फिर ये मंत्र बोलते हुए पानी में फेक दीजिए जैसे मछली खा लेगा
     मंत्र: जिन्नात वर्षण हे आल्लाह जे खबाईसे जड़ीबूटी हजम कर आह मा दुल आल्लाह
     मछली को खिलाने के बाद घर चला आईए आपको पता चलेगा पेट से कुछ निकला हे या नेही।अगर नेही निकला तो इसको पनीमे ११बार पढ़के पानी पीने से भी काट जायेगा। 2)ये दूसरा उपाय पेट से काला जादू निकल नेका इस मंत्र को ७ कुया या ७ ट्यूबवेल का पानी मिलाकर इस मंत्र से ११ बार अभी मंत्रित करके ३ दिन पीने से कालाजादु समाप्त हो जायेगा।



    काले जादू से मुक्ति का काली  मंत्र 



    मंत्र : काली काली महाकाली शंशन कालिर दुहाई अमुकेर शरीरेर पेटेर जोड़ीबुटी सब जालाई पुराई कर छाई जोदी ना करास छाई दोहाई लागवे धर्मएर दुहाई ,दुहाई कामाख्या देवीर दुहाई।
    मंत्र में अमुक जहेपे हे उहापे रोगिका नाम होगा।



    काले जादू से मुक्ति का साबर मंत्र



    3) मंत्र : ब्रह्मा विष्णु महेश कालिका दिलेन बर कालिकार काटान काटी बाण काटी ,शूल काटी , कु काटी कुज्ञान काटी ये मेरेछे बान उल्टा तार बुकेर उपरे हान दुहाई भैरवी चंडी महाकाली। 
    इस मंत्र को पानी में ७ बार अभी मंत्रित करके पीला देने से रोगी ठीक हो जाते हे 



    काले जादू को काटने  का करात मंत्र




    4) ये करात का काटान मंत्र : हनुमान आनिलो लोहा सगोरे बय पानी अनेक जोतनों कोरे विश्वकर्मा गोरलेन करात खानी करात खानी गोरे दीलेन प्रभु श्री रामेर हाते , प्रभु राम बोललेन तोमार कराते प्रथमे की की काटे। लाउ काटे , गुठरी काटे,लाउकला काटे ,१६ श श्रृंगारेर भार काटे। के काटे मुई काटी मा मोर काल साप बाप मोर करात काट काट श्रृग्री काट कार आगगे बिक्रम पूर वाम बाशुकीर आगगा ।
     ये मंत्र पड़कर पानी में २१बार अभी मंत्रित करके पिलाने से रोगी ठीक हो जाते हे 



    काले जादू को काटने  का हनुमान साबर  मंत्र



    5)मंत्र :शिव जोगी जब किन्हा कीए जगाई ,ब्रह्मा विष्णु ध्यान धरे तब जोगी आई,शिव जोगी की हाक परत ही कालो कल टल गई।फिर सुमिरो वीर हनुमंता लंका से आई।पूछ में आग लगाके लंका को जालाई के राम चंद्र जी के कार्य सवारे ऐसा काम साबारे भूत को प्रेत को मरी को मशान को धर दे वीर पटक दे वीर , पछाड़ दे वीर ,भागा दे वीर ,हे अंजली के लाल रुद्र के अवतार तब जानु तोहार दुहाई पंचमुखी हनुमान की हनुमान बंका मारे डंका ,खरा धरके हनुमान दौरे,बाल पकड़ के थप्पर मारे , तोर अंग अंग जल जाय भाग भाग रे शत्रु मेरे महावीर के थप्पड़ परे जनम जनम के दाग लग जाय।।।

    इस मंत्र को पहले किसी शनिवार को या मंगल बार को हनुमान मंदिर जाके पूजा करने के बाद १०८ बार जप कर लेना मंत्र सिद्ध हो जायेगा पूजा करने के लिए तोडा लड्डु और मिठाई का भोग भी ले सकते हे, एक नारियल , एक मीठा पान और एक छोटा कपड़ा हनुमान जिको चराने के लिए मंत्र सिद्ध होने के बाद किसिवी रोगिको मंत्र पढ़ते हुए दाने कान पर फूक मरना हे ७ बार। बादमे एक ग्लास पानी मे और ७ बार अभिमंत्रित करके पीला देने से रोगी ठीक हो जायेगा। एक बार मंत्र बोलके एक बार फूक मारना हे पानी मे।
     


    काला जादू को काटने का टोटका



    काला जादू की काट के लिए आज जो उपाय बताऊंगा ये रामबाण के तरह काम करते हे।आपका ऊपर अगर किसीभी प्रकार तंत्र हुई थे पहले उसका असर अभी भी हैं असर खत्म नही हो रहा हे तो अप ये उपाय कर सकते हे



    काला जादू को काटने का गुप्त टोटका



    1)  आपको किसीवी शनिवार या मंगल बार नेहितो अमावस्या के दिन शाम को टाइम करना हे इसीलिए आप सामग्री का पहले से रेडी कर लीजिए ।

    सुबह शूभे सबसे पहले सब्जी दोकन में जाकर एक दाम मे एक कद्दू खरीद लीजिए और घरमे लेके आईये इसके बाद पूजा स्थान में इसको रखकर गंगा जल से तोडा धो दीजिए इसके बाद इसमें मा कामाख्या देवी का नाम करते हुए सिंदूर का तीन ठो तिलक लगा दीजिए ।इसके बाद अप कद्दू को सामने रखकर पूर्व दिशा में अप एक आसान में बैठ जाईये कामाख्या मां को स्मरण करते हुए मन ही मन मां से प्राथना कीजिए जो तंत्र बाधा हुए ही उसीको समाप्त करने के लिए।

    आप इस मंत्र का जप करते जाइए

    मंत्र: ओम कामाख्ये क्लिम क्लिम कामाख्ये नमः

    जितना हो सकते हे जपेंगे इसके बाद शाम को टाइम अप किसीको बोल देंगे आपका उतारा कर देने के लिए ,ये जो उतारा करेंगे घरी का उल्टा दिशा मे पेर से लेकर सड़ तक ५१ बार नेहिती १११ बार इसके बाद में अप एकला में ये काम करना हे शामको टाइम ही उसीको लेकर जाना हे तीन रास्ता के मोड़ पे किसने ना देखे आपको ये बोलते हुए जोर से फेकना हे

    जिसने तंत्र मंत्र किया हे मुझे उसिका तंत्र मंत्र उसीपे बाफस जा दुहाई कायूरि कामाख्या मा।

    ये बोलते हुए जमीन मे एकी बार मे कद्दू को जोड से नीचे पटक देना हे कद्दू एकी बार मे फट जायेगा और सब टुकड़ा टुकड़ा हो जायेगा।अप और पीछे मोर के मत देखना घर चला आना हे और हात पेर धो देना हे ,चाहे तो तोडा मा का नाम जप सकते हे।आपको कुछ टाइम के बाद पता चल जायेगा इसका असर।




    कालाजादु समाप्त करने का सिद्ध टोटका 



    2) दूसरा तरीका आपको शनि बार या मंगल बार को तीन लोहे का कील लाना हे बड़ा बड़ा देख कर ,७ प्रकार के मिठाई लाना हे एक ठो करके ,एक सिंदूर लाना हे ,एक नारियल लाना हे, साठ ठो जायफल,साथ ठो हरा लेम्बू और तीन प्रकार के आटा मिलाके १५० ग्राम लेना हे गेंहू, मैदा, बेशन और एक काले कपड़ा लाना हे सबको बाधने के लिए । शमको टाइम इस आटा से एक रोटी बना लेना हे ध्यान रहे रोटी का एक साइड कच्चा और एक साइड तोडा जला हुए होना चाहिये ।रोटी होने के बाद में उसीमे सिंदूर का तीन ठो टीका लगा दीजीये पहले भैरव अष्टक पड़ते हुए ,रोटी को १११ बार उतारा कर लीजिए सड़ से लेकर पेर तक घरी के उल्टा दिशा मे ,ये उतारा जो तंत्र बाधा से पिरित हे वो खुद नही करेंगे घारका दूसरा कही उतारा कर देंगे, इसके बाद हर सामान को एक एक करके १११बार करके उतारा करके उस रोटी के ऊपर रखेंगे ।फिर सारा सामान को काले कपड़ा मे बाध कर किसीभी निर्जन स्थान या नदिका किनारा मे रख कर चला आयेंगे ध्यान रहे जाते वक्त आपको किसीने ना टोके,सबके अनजाने मे ही करना 

    हे ,चुप चाप घर आकर हात पेर धो लेना हे । आगर एकी बार मे नही काट रहा हे तो अप महीना मे एक बार ये उतारा कर सकते हे धीरे धीरे सब समाप्त हो जायेगा।



    तंत्र बाधा समाप्त करने उपाय 



    3)तीसरा तरीका तंत्र काटने ने के लिये शनि या मंगल बार टाइम गाय की गोबर के कांडे जोगर कर लिजिये साथमे एक हरा लेम्बु ,एक जायफल ,साथ ठो लंग,साथ बड़ा इलाच और कपूर के दाना ,आपका पुराना कपड़ा का एक बड़ा टुकड़ा,हात पेर मे दश अंगुली का नाखून काट लिजीये फिर सबको एक साथ राख लीजिए शामके टाइम घरके बाहर या कही निर्जन स्थान पे चला जाइए सारा सामान लेकर। फिर गायकी कांडे को जाला दीजिए उस आग में आपका नाखून और कपड़ा दीजिये देते वक्त मु मे बोलना हे 

    जो तंत्र मंत्र मेरा ऊपर हुई हे सब जलके राख हो जा दुहाई काऊरि कमाक्या मा।

    बाकी जो सामान हे एक एक करके ११ बार या २१ बार करके उतारा करके आग मे दे देंगे ।इसके बाद हात पेर धोके घर चला आईये।




    तंत्र  मंत्र कालाजादु  से बचाब 



    ये जो तरीका बोल रहा हु अगर आपका शत्रु कही तांत्रिक हे वो बार बार आपका ऊपर तंत्र मंत्र प्रयोग कर रहा हे तो आपको ये करना हे।

    आपको मां बगला मुखी देवी का एक फोटो ,एक चौकी ,एक पीला कपड़ा मां के लिए आसान पीला रंग की , शुखा हल्दी की गाठ के माला १०८ टुकड़ा बाला,आपको पेहेन ने के लिए पीला धोती ,पीला घट ,घट में देने के लिये एक नारियल,पीला फूल की माला , पीला सरसो, बेसर की हलुबा या लड्डु भोग के लिए अर एक बड़ासा दीप जो अखंड दीप होता हे सरसो का तेल का।

    किसीभी शनि बार मंगल बार या चतुर्थी तिथि को आरंभ करना हे पूजा ।पूजा के टाइम जो होगा रात ११ या १२ बजे के बाद आरम्भ करना हे । शुभे अप घटमे किसिबी नदी या तालाब से संकल्प करके पानी भर लीजिए।

    संकल्प में ये होना चाहिए मेरा नाम ये हे, मेरा बाप का नाम ये मेरा ये गोत्र हे ,में अपना ऊपर दुष्ट तांत्रिक का तंत्र बाधा दूर करने के लिए ईस पूजा अनुष्ठान आरम्भ कर रहा हु, जितना समर्थ हो सकते हे उतना दिन।आप २१ दिन या ४१ दिन का कमसे कम साधना कर सकते हे।

    पूजा चला कालीन आपको ब्रह्मचार्ज का पालन करना हे।नीचे सोना हे । किसीभी बिस्तर नही चलेगा।

     घट में पानी भरके पूजा के स्थान रख दीजिये । रातको पूजा आरम्भ करने से पहले चौकी में कपड़ा बिछा कर मां के फोटो राख लीजिए इसके बाद जाहापे घट बैठायेंगे नीचे में सुखा हल्दी का गुण्डी देकर एक सस्तिक चिन्ह बना लीजिए इसका ऊपर घट को बैठा दीजिए ।आपका मु पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए मा की फोटो की मु पश्चिम दिशा में होना चाहीये।

    पूर्व की ओर मु करके दीप जला दीजिए दीप जालाते वक्त संकल्प करके जलाएंगे ध्यान रखेंगे इस दीप जितना दिन तक पूजा करेंगे उतना दिन जलते रहेगा इसका पहले कभी नही बुजेगा । पूजा आरम्भ करके इस मंत्र फिर संकल्प लेकर जितना हो सकते हे उतना जप करेंगे ।हर दिन १० माला कमसे कम जप करेंगे 

    ॐ ह्लीं बगलामुखी  सर्व दुष्टानाम वाचं मुखं पदम् स्तम्भय जिह्वाम कीलय-कीलय बुद्धिम विनाशाय ह्लीं ॐ स्वाहा:

    मंत्र जप करते करते बाए हात से सफेद सरसो को फोटो में जोर से मारना हे तोडा तोडा लेकर

    जब तक ना आपका तंत्र बाधा कम नेही होता हे तब तक हर रोज जपना हे ।पूजा करने के बाद पूजा का प्रसाद शुभे छोटे बच्चे लोग को बाट देना हे।

    २१ दिन या ४१ दिन के बाद एक बार हवन कर लेंगे ।इसके बाद भी आप पूजा चालू राख सकते हे हर दिन। तांत्रिक अगर आपको वे बजाय आपको परेशान कर रहा हे तो उसका विनाश निश्चित है ।



    प्रेत बाधा का प्रतिकार




    तंत्र में भूत - प्रेत का अस्तित्व स्वीकार किया गया है | यह माना गया है की मृत्यु के उपरांत मनुष्य को कई बार प्रेत योनी में जाना पड़ता है पर पुनर्जन्म की अनेक घटनाए इस सम्बन्ध में सोचने के लिए विवश कर देती है | मृत्यु के बाद की दुनिया का कही कुछ न कुछ अस्तित्व है | इस बात को स्वीकार करना पड़ता है | प्रेत योनी में जाकर मनुष्य कई बार उत्पाती हो जाता है | वह अनेक प्रकार के आतंक बिखरा देता है | इस प्रकार का उपद्रव शान्त करने का विधान तंत्र शास्त्र में है | हमारे योग्य तांत्रिक उनका समय -समय पर प्रयोग करंतें है | प्रेतों की उपद्रवी सकती पर नियंत्रण करने के लिए निम्नलिखित तंत्र है- 

    ' ऊँ हंच हंच हंच फट स्वाहा |' 

    ये बहुत ही सरल साधना है | किसी एकांत स्थान मैं शिव जी की मूर्ति की स्थापना कर प्रत्येक अर्धरात्रि में २५ बार पाठ आवश्यक है | इस प्रकार नियमित रूप से बिना नागा के २५०० हजार मंत्र का पाठ १०० दिन तक लगातार करना आवश्यक है | जप की माला रूद्राक्ष की होनी चाहिए | दिशा पूर्व या उत्तर की होनी चाहिए | २५०००० हजार मंत्र का पाठ हो जाये तो साधक शिव जी की आकृति की पूजा कर आ जाये | इस प्रकार की साधना करने के बाद साधक भूत-प्रेत ग्रस्त किसी भी व्यक्ति को या स्थान को मुक्त कर सकता है | साधक के आदेश का पालन भूत-प्रेत करते है और साधक भूत-प्रेत को देख सकता है और उनसे बात भी कर सकता है | 




    काला जादू से सबधाणी 



    अगर आप लोगो का किसीका कला जादू से पीड़ित हे इस'ब्लॉग में बताया गया जितना प्रयोग हे इसमें अगर आप ठीक नहीं हो रहा हे तब आप किसी अच्छे योग्य तांत्रिक या पंडित का साला ले या हमसे भी ईमेल के माध्यम से सहायता ले सकते हे |



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