सुस्थ रहने के लिए शाक सब्जी का गुना गुण
सुस्थ रहने के लिए शाक सब्जी का गुना गुण के बारे में जान कारी इस ब्लॉग में बताएंगे जो हम लोग हर दिन का खाने के सब्जी में रोग निरामय होने का दबा चुपा हुई हे हम लोगो को ठीक से जान कारी नही होता है कोन सा सब्जी कैसे खाने से कोन सा रोग ठीक होते हे इसी लिए हम आप लोगो को सब्जी के गुना गुण के बारे में सही जान कारी देंगे।
सुस्त रहने के लिए बैंगन का फायदा
छोटा बैंगन को आग में जला कर खाने से मेलेरिया और लिवर जनित रोग के लिए फायदा होते हे।जिन लोगो को पीलिया होकर शरीर हल्दी हो गेया हे बो भी धीरे धीरे ठीक हो जाते हे।
जिन लोगो का अनिद्रा का बीमारी हे उन लोग रात को बैंगन को जलाके उसके साथ शहद मिलाकर खाने से अनिद्रा दूर भागते हे।
शरीर में अधिक परिमाण गैस होने से बैंगन का तरकारी में हींग डालकर खाने से बहुत फायदा मिलता है।
लड़की लोग के जिनका पीरियड ठीक से हो नही रहा हे निय मीत बैंगन का तरकारी खाने से पीरियड में होने बाला दिक्कतें ठीक हो जाते हे।
नियमित बैंगन खाने से मूत्र रोग ठीक हो जाते हे।
बैंगन खाने से शरीर पर छोटा मोटा पथरी भी निकल जाते हे।
सफेद कलर का बैंगन पाइल्स के बहुत फायदा मान हे।
बैंगन का रस खाने से धुतरा का विष शरीर पर रहने से निकल जाते हे।
सुस्त रहने के लिए पटोल का गुण
पटल का तरकारी खाने से शरीर पर हजम शक्ति बढ़ता हे।
काशी ज्वर और रक्त के दोष ठीक हो जाते हे पटल के रस गंजा पन दूर कर देता हे, सिर पर लगाने से नैया बाल उगता हे। पटल खाने से हार्ट की बीमारी ठीक हो जाते हे।
कड़वा वाले पटोल की क्वाथ बना कर शहद से खाने से ज्वर और शरीर पर होने बाला जलन कम हो जाते हे। १० ग्राम परिमाण कड़वा पटोल,१० ग्राम धनिया के रस मिलाकर खाने से कृमि शरीर से निकल जाते हे। पटल खाने से शरीर पर स्किन का का बीमारी ठीक हो जाते हे।
कद्दू के फायदे बंगाली नेम चाल कुमरा
कद्दू खाने से शरीर पर क्षमता बड़ जाते हे।
कद्दू बल कारक पुष्टि कारक फूस फूस को ठीक रखते हे। दो चार चमच सफेद कद्दू के रस के साथ चीनी मिलाकर खाने से शरीर से गैस अंबल रोग ठीक हो जाते हे। मृगी और उन्माद रोग के लिए सफेद कद्दू के रस बहुत फायदे मान हे। सफेद कद्दू के रस मधुमेह रोग के लिए फायदा मान हे।
मूला खाने का फायदा
मूला खाने का बहुत फायदा हे जो हम बहुत लोगो को इसके बारे में पता नेहि
मूला हर दिन तोडा तोडा नमक से खाने से खाने का रुचि बढ़ता है।जिनको खाने का इच्छा नही खाने में अरुचि हे वो हर दिन तोडा तोडा मूला सलाद बनाकर खा सकते हे। मूला के रस के साथ शहद मिलाकर खाने से ज्वर के बीमारी ठीक हो जाते हे। जांडिस रोग के लिए भी मूला बहुत फायदा करी हे।
मूला में प्रचुर परिमाण कैलरी रहता है । कच्चा मूला खाने से शरीर पर काम करने का उत्साह मिलता है।मूला के पत्ता को शाक बनाकर खाने से पेट साफ हो जाते हे। जिन लोगो का अर्श रोग यानी पाइल्स का बीमारी हे उन लोग मूला शाक रस निकल कर खाने से बहुत फायदा रहता है।
मूला के रस खाने हिचकी जिसका बार बार आते हे उनके लिए बहुत फायदा हे। मूला खाने से शरीर पर जमा हुए जल निकल जाते हे।
मूला के रस अगर मु में लगाता है तो चेहरा में निखार पन आता है। त्बक के लिए बहुत फायदा हे। मूला के रस नियमित बालों में लगाने से बाल झरना कम होता है।साथ में डेंड्रफ भी कम हो जाते हे।
गुलर खाने का फायदा
गुलर खाने से पित्त जनित बीमारी ठीक हो जाते हे।
डुमूर में प्रचुर परिमाण में लोहा का गुण रहने से ये शरीर में खून के कमी को बढ़ता हे। किसिका अगर खून जनित कही बीमारी हे शरीर से किसी बीमारी बशत खून निकल ता हे तब गुलर की चूर्ण को शहद से मिलाकर खाने से बीमारी जल्दी ठीक हो जाते हे।
अमशा रोग के लिए गुलर के पत्ते के साथ कच्चा चावल यानी मिलाकर खाने से अमाशा ठीक हो जाते हे। गुलर की छाल को घिसकर सथमे चीनी या मिश्री से सेवन करने से किसीभी प्रकार आमशा ठीक हो जाते हे।
गुलर की रस के साथ शहद मिलाकर खाने से लड़की लोगो का स्वेत प्रदर बाला बीमारी ठीक हो जाते हे। किसी लड़का का अगर शरीर में शुक्राणु का कमी हे तब गुलर के साथ लाजुबंती के बीज मिलकर खाने से बिर्ज में शुक्राणु की कमी दूर हो जायेगा।
सुस्त रहने के लिए करोला का फायदा
करोला के पत्र शरीर में मूत्र जनित बीमारी को ठीक कर देता हे।
शरीर पर किसीभी बेक्ट्रीया के संक्रमण होने से करोला पत्र के रस खाने से ठीक हो जाते हे।करोला पत्र के रस के साथ शहद मिलाकर खाने से शरीर पर आने बाला ज्वर ठीक हो जाते हे।
करोला शरीर से अतिरिक्त कृमि को निकल देता हे। करोला पत्र के साथ नमक मिलाकर खाने से शरीर पर किसीभी करन में होने बाला विष क्रिया को शरीर से निकल देता हे।
मलेरिया में करोला पता के रस के साथ गोल मरीच मिलाकर खाने से मलेरिया ठीक हो जाते हे। करोला के पत्र घी से भजकर खाने से शरीर पर किसिबी विष क्रिया को उलटी करके निकल देता हे।
करोला के बीज के साथ तिल करोला के बीज और तीन ठो काले मिर्च को एक साथ पीसकर खाने से उल्टी बंध हो जाते हे।
किसी बेक्ति के अगर प्रेसब बंध हो जाते हे तब करोला के पत्र के रस के साथ हींग मिलाकर खाने से जल्दी से ठीक हो जाते हे।
छोटा करोला को छोटा छोटा पीस पीस करके कटकर छाया में सुखाकर चूर्ण करके पानी में मिलाकर खाने से डायबिटीस ठीक हो जाते हे।
सुस्त रहने के लिए कच्चा केला के फायदा
पेट के कहीभी बीमारी के लिए कच्चा कले की तरकारी फायदा मान हे।कच्चा केला को बॉयल कर के टक दही के साथ मिलाकर खाने से अमाशा,रक्त अमाशा ठीक हो जाते हे। कले की जड़ को सुखाकर चूर्ण करके खाने से एनीमिया जिसका रक्त कम हे उन लोग खाने से बहुत जल्दी फायदा मिलता है।
केले की जड़ के रस के साथ घी और चीनी मिलाकर खाने से प्रसाब जनित रोग ठीक हो जाते हे। कले पत्ता को पीसकर खाने से किसीभी लड़की का प्रदर रोग के राम बाण ओसुधि हे।
सुस्त रहने के लिए पपीता
कांचा पपीता खाने से पेट साफ हो जाते हे शरीर पर हजमी शक्ति बड जाते है। 10बूंद कच्चा पपीता के दूध मतलब आठा को पानी में मिलाकर खाने से दाद और चर्म रोग ठीक हो जाते हे।
पेट के अंदर होने बाला ट्यूमर को ठीक कर देता हे पपीता को दूध खाने से।
दो चमच पपीता के दूध के साथ चीनी मिलाकर खाने से अंबल गैस ठीक हो जाते हे।
जिन लड़की का बच्चा हुए हे उन लोग कच्चा पपीता के तरकारी खाने से स्थन दूध बढ़ता हे। पपिता के रस खाने से पीलिया या जन्दिश ठीक हो जाते हे।
जिन स्त्री के पेट में बच्चा पल रहा हे अनलोग पपीता खाने नही चाहिए।पपीता खाने बच्चा गिर सकते हे। पपीता के बीज चूर्ण खाने से पेट से कृमि निकल जाते हे।
पपीता के पत्र को बॉयल करकर खाने से हार्ट की बीमारी के लिए फायदा हे।
सुस्त रहने के लिए ओल खाना
ओल की अठा को जिस स्थान पड़ कही मक्षी काट देता हे उस स्थान पर लगाने से ठीक हो जाते हे।
ओल खाने से भूख बड जाते है। ओल खाने से शरीर गर्म कर देता हे शरीर पर कही फोड़ा रहने से जल्दी से उसको बॉयल कर देता हे।
जिस ओल विष हे खाने से गला।में खुजली होता है उस ओल को सुखा कर शहद से मिलकर खाने से पेर फूलना,शरीर पर दर्द,दांत में दर्द सब ठीक हो जाते हे। ओल को घी में भजकर खाने से अर्श रोग ठीक हो जाते हे।
सूस्थ रहने के लिए मानकचु
मान कचु के जड़ को किसीभी घा में या फोड़ा में लगाकर रख देने से जल्दी से ठीक हो जाते हे। कचू के सुखाकर दूध में मिलाकर खाने से ज्वर पेट की बीमारी सब ठीक हो जाते हे।
मान कचु डस्ट चावल के गुंडा को मिलाकर क्षीर बनाकर खाने से पेट की सारी बीमारी ठीक हो जाते हे। मान कचू के दंडी को आग में जलाकर जिसके कान में गंध जुक्त पूज होते हे उसके कान में देने से कान जल्दी ठीक हो जाते हे। कचू के शाक बनाकर खाने से लड़की के स्थन में दूध बढ़ता हे।
कचू पत्र को बॉयल करकर खाने से मूत्र जनित बिमारी ठीक हो जाते हे।
शरीर पर किसी स्थान पर काट जाने से कचू के कश को लगा देने खून बाहर होना ठीक हो जाते हे।
सुस्थ रहने के लिए पलांग के सब्जी के फायदा
पालंग के सब्जी बहुत पुष्टी कारक हे। पालंग की सब्जी के जड़ को घी में भाज कर खाने से जिसका रात में ठीक से दिखाई नही देता हे रातकाना रोग ठीक हो जाते हे। जली हुई घा में काटा हुई घा में पालंग के रस को लगाने से ठीक हो जाते हे।
पालंग शाक खाने से शरीर से गंदेगी को साफ करने का मदत करते हे।
पालंग शाक खाने से शरीर पर खून को बड़ा देता हे।
भेंडी खाने का फायदा
भेंडि शरीर पर पुष्टी कारक हे। भेंडी खाने से मूत्र रोग दूर हो जाते हे।
भेंडी जड़ को पानी में पीसकर चीनी से खाने से अमाशा रोग ठीक हो जाते हे।
भेंडी रुचि और बिर्ज बर्धक हे।
सुस्थ रहने के लिए झींगा
झींगा की जड़ को पानी में मिलाकर खाने पथरी रोग निरामय हो जाते हे।
करवा झींगा खाने से कृमि पेट से निकल जाते हे। झींगा की रस को नाक से लेने से सिर दर्द खत्म हो जाते हे।
सुस्थ रहने के लिए पलांग के सब्जी के फायदा
पालंग के सब्जी बहुत पुष्टी कारक हे। पालंग की सब्जी के जड़ को घी में भाज कर खाने से जिसका रात में ठीक से दिखाई नही देता हे रातकाना रोग ठीक हो जाते हे। जली हुई घा में काटा हुई घा में पालंग के रस को लगाने से ठीक हो जाते हे। पालंग शाक खाने से शरीर से गंदेगी को साफ करने का मदत करते हे। पालंग शाक खाने से शरीर पर खून को बड़ा देता हे।
भेंडी खाने का फायदा
भेंडि शरीर पर पुष्टी कारक हे। भेंडी खाने से मूत्र रोग दूर हो जाते हे।
भेंडी जड़ को पानी में पीसकर चीनी से खाने से अमाशा रोग ठीक हो जाते हे।
भेंडी रुचि और बिर्ज बर्धक हे।
सुस्थ रहने के लिए झींगा
झींगा की जड़ को पानी में मिलाकर खाने पथरी रोग निरामय हो जाते हे।
करवा झींगा खाने से कृमि पेट से निकल जाते हे। झींगा की रस को नाक से लेने से सिर दर्द खत्म हो जाते हे।
शिम खाने का फायदा
शिम पुष्टि कारक ठंडा शीतल बलप्रद हे,बात रोग को प्रतिरोध करते हे। बड़ा बाला शिम खाने से भूख को बड़ा देता हे। सफेद शिम बात ओ कफ सृष्टि करता है लिकन विष नाशक भी हे।पीला कलर की सीम सबसे फायदा मान हे।बिछा काटने पर शिम पत्र की रस लगाने से ठीक हो जाते हे। शिम खाने से बात कफ पित्त जनित रोग निरामय हो जाते हे। चुन के साथ शिम लगाने से बैठा में आराम मिलता है।
काकड़ी खाने के फायदा
काकड़ी छोटा टुकड़ा करके चीनी से खाने से शरीर की गर्मी को काट देता हे।
लड़की के स्वेत प्रदर में काकरीर के बीज स्वास एक चमच के साथ सफेद पद्म फूल के कुड़ी १ चमच मिलाकर खाने से रोग ठीक हो जाते हे। काकड़ी के रस के साथ नींबू और जीरा गुंडा चीनी मिलाकर खाने से मूत्र करने वक्त जलन मिट जाते हे।
कबी खाने के फायदा
कबी खाने से लड़की का स्थान में दूध को बड़ा देता हे,शरीर में बिर्ज को बढ़ावा देता हे। गर्भा शय की बल को बड़ा देता हे। कबी बल को बड़ते हे,कफ पित्त को नाश करने बाला है। ओल कबी खाने से प्रमेह, आस्त्मा,कफ खासी में बहुत फायदा देता हे। कबी के बीज वायु मल और मूत्र को शरीर से निकल ने में सहायता करते हे। कुष्ठ रोग और किसीभी फोड़ा में बाधा कबी पता को बाघ कर रख देने से ठीक हो जाते हे।
गाजर खाने के फायदा
गाजर में प्रचुर परिमाण में विटामिन A भरपूर मात्रा में हे।जो शरीर के स्किन का कही भी बीमारी को ठीक करने के मदत करते हे।गाजर खाने से शरीर सुंदर बन जाते हे। छोटे बच्चा लोग को गाजर के रस खिलाने से दात निकल ने में और खाना हजम करने का मदत मिलता है। गाजर खाने से शरीर के रंग गोरा बन जाते हे।
साहिजन के फायदा
सजीना के बहुत गुण हे इसमे ओशुधि गुण भरा हुई हे।
इसका रस खाने से स्वास के होने बाला कष्ठ दूर हो जाते हे। जिन लोगो के हिचकी बहुत अति हे सहिजन के रस खाने से हिचकी उठना बंध हो जाते हे।
साहिजान के क्वाथ के साथ हींग और सुखा हुई अदरक मिलाकर खाने से पेट की बीमारी ठीक हो जाते हे। सहजन पत्र रस के साथ शहद मिलाकर खाने से पेट से कृमि निकल जाते हे। सहजन के पत्र के रस सिर पर लगाने से डेंड्रफ चला जाते हे।
सुस्त रहने के लिए धनिया के फायदा
धनिया पत्र के रस खाने से pails की बीमारी ठीक हो जाते हे।
धनिया के पत्र के रस को निकल कर छान के आंखो में लगाने से नेत्र पीड़ा ठीक हो जाते हे। धनिया पत्र खाने से भूख को बड़ा देता हे। धनिया पत्र से दांत को मंजन करने से दांत से खून निकल ने का समस्या ठीक हो जाते हे।
सुस्त रहने के लिए नीम पत्र
नीम पत्र को तेल में भजकर खाने से बहुत सारे बीमारी ठीक हो जाते हे
पेट की समस्या में नीम के छाल को गरम पानी में भीगकर पानी पीने से पेट की बीमारी ठीक हो जाते हे। मधु मय रोग के लिए हर दिन ५ नीम पत्र के साथ पांच काले मिर्च को मिलाकर खाने से बहुत जल्दी ठीक हो जाते हे।
आग में जल जाने पड़ आम पत्र की रस लगाने से बहुत फायदा मिलता है।
पुराने आम की छाल को पानी में भीगकर पानी को पीने से पेट से कृमि चला जाते हे। उल्टी आने पड़ छोटा आम पत्र के साथ घी और चंदन मिलाकर शुघने से उल्टी आना कम हो जाते हे।
दो चमच आम की छाल पीसकर दही से खाने से पेट की सारे परिषणी मिट जाते हे। आम की फूल पिष्कर १ चापा केला के साथ और गई के दूध मिलाकर खाने से लड़की लोगो के स्वेत प्रदर ठीक हो जाते हे।
आम की फूल को पिश्कर खाने से शरीर पर हजमी क्षमता बद जाते हे।
सुस्त रहने के लिए प्याज
प्याज के रस के साथ दू चमच शहद मिलाकर खाने से पुरुष की बिर्ज को बढ़ाते हे। प्याज खाने से गला की समस्या दूर होते हे,चेहरा में निखार आते हे,स्मरण शक्ति बढ़ता है,स्नायु की बीमारी को ठीक कर देता हे।
प्याज के रस के साथ करला के रस मिलाकर खाने से शरीर में हजमी शक्ति बड जाते हे। प्याज के रस को नियमित शहद से मिलाकर खाने से अनिद्रा के बीमारी दूर हो जाते हे। प्याज के रस खाने से पेट से कृमि निकल जाते हे।
२ चमच प्याज के रस के साथ १ चमच अदरक के रस को कालेमीर्च से पीसकर खाने से पेट की बीमारी ठीक हो जाते हे। पाया के रस दाद और चुलकानी में आराम मिलता है।
बालो की समस्या में प्याज के रस के साथ शहद मिलाकर लगाने से सिर पर फिरसे बाल आने लगता है। अर्श की बीमारी में प्याज की रस के साथ दही मिलकर खाने एस ठीक हो जाते हे। अनिद्रा में प्याज के रस खाने से ठीक हो जाते हे।
टमाटो खाने के फायदा
शरीर के ओजन बड़ाने के लिए टमाटो बहुत फायदा मान हे।
शरीर के निखार के लिए टमाटो खाने चाहिए। टमाटो के साथ शहद मिलाकर खाने से खून की बीमारी ठीक हो जाते हे। टमाटो खाने से पेट से गंदेगी साफ कर देता हे। टमाटो खाने से शहरी पर खून की कमी मीट जाते हे।
डेंड्रॉफ में टमाटो के रस नाडिया के तेल के साथ लगाने से डेंड्रोफ काम हो जाते हे।
पुदीना खाने का फायदा
शरीर से किसीभी विष निकल ने के लिए पुदीना बहुत फायदा मान हे।पुदीना पत्र के रस दांत में लगाने से दांत की कीडा निकल जाते हे
शहद और पुदीना पत्र के रस खाने से शरीर से अतिरिक्त पानी को निकल देता हे। शहद के साथ पुदीना और नमक मिलाकर खाने से पेट से कृमि निकल देते हे।
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